अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) जा रहा एक सोयूज रूसी रॉकेट अपनी उड़ान
भरने के कुछ ही देर बाद नाकाम हो गया। इसके बाद उसे आपात स्थिति में उतरना
पड़ा। इस राकेट में दो अंतरिक्ष यात्री सवार थे। रूस के अंतरिक्ष उद्योग के लिए
इसे एक बड़ा झटका बताया जा रहा है। यह घटना गुरूवार की है। इस राकेट के पायलट
अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री निक हेग और रूसी अंतरिक्ष यात्री एलेक्सी ओवचीनिन
कजाकिस्तान में रॉकेट से सुरक्षित बच निकलने में कामयाब रहे।
रूसी जांच अधिकारियों ने कहा कि वे इस घटना की जांच शुरू कर रहे हैं। वे मामले
की आपराधिक जांच कर रहे हैं। जांच समिति ने एक बयान में कहा है कि जांच समूह
का गठन कर दिया गया है और सभी जरूरी दस्तावेज इकट्ठे किए जा रहे हैं। साथ ही
यह भी कहा गया है कि इस बात की जांच की जाएगी कि क्या निर्माण के दौरान
सुरक्षा नियमों का उल्लंघन किया गया, जिससे कि भारी नुकसान हुआ।
बता दें कि यह रॉकेट भारतीय समयानुसार देर रात दो बजकर 10 मिनट पर कजाखस्तान
के बैकानुर अंतरिक्षयान प्रक्षेपण केंद्र से प्रक्षेपित किया गया था। इससे
पहले रॉसकॉसमोस के प्रमुख दमित्री रोगोजिन ने ट्विटर पर लिखा कि उन्होंने एक
सरकारी आयोग को हादसे की जांच करने का आदेश दिया है। नासा ने कहा कि प्रथम चरण
की प्रक्रिया (सेपरेशन) के कुछ सेकेंड के बाद प्रक्षेपण के बूस्टर (रॉकेट) में
समस्या आ गई, जिसके बाद अभियान रोक दिया गया। ध्यान देने योग्य यह भी है कि
हाल ही के वर्षों में रूसी अंतरिक्ष उद्योग को कई समस्याओं से जूझना पड़ा है।
देश के सोवियत बाद के इतिहास में ऐसी मानवयुक्त उड़ान में इस तरह की यह पहली
घटना है।