पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट की सख्ती के निर्देश के बाद प्रदेश सरकार ने रोडवेज के हड़ताली कर्मचारियों पर ऐसी कड़ाई की बुधवार की कर्मचारियों की हड़ताल विफल हो गई हालांकि, इस बीच कर्मचारियों की गुटबाजी ने सरकार की ज्यादा मदद की कुल 13 यूनियनों में से 5 हड़ताल के समर्थन में थीं, जबकि 8 यूनियनों ने हड़ताल में भाग नहीं लिया इस कारण रोडवेज की कुल 4200 बसों में से दोपहर बाद आधे से ज्यादा बसें सड़कों पर चलीं हालांकि, लंबे रूट पर नौ पड़ोसी राज्यों में बस सेवा बाधित रही वहीं दूसरी ओर कर्मचारियों पर लाठीचार्ज करने से रोडवेज वर्कर्स ज्वाइंट एक्शन कमेटी खफा है कमेटी ने आज जींद में आपात बैठक बुलाई है इस बैठक में हड़ताल की समीक्षा कर कमेटी आगामी आंदोलन की घोषणा करेगी कर्मचारीयो पर लाठीचार्ज होने के बाद कमेटी ने कहा कि हम सरकार के रवैये की कड़े शब्दों में निंदा करते है कमेटी सदस्यों ने चेतावनी दी है कि आने वाले विधानसभा चुनाव में सरकार को इसके गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे.