‘हमें पूरा इस बात का पूरा भरोसा था कि हम सत्ता में कभी नहीं आएंगे। हमें बड़े-बड़े वादे करने की सलाह दी गई थी। अगर हम सत्ता में नहीं आते हैं, तो उन वादों के लिए हमारी कोई जिम्मेदारी नहीं बनेगी। लेकिन अब हम लोग सत्ता में हैं और जनता हमारे उन वादों के बारे में हमसे पूछती है। हालांकि, अब हम उस पर हंस कर आगे बढ़ जाते हैं।’
ये वाक्य भाजपा नेता एवं केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के हैं। जी हां, इसी भाजपा के झूठे वादों पर यकीन करके देश की जनता ने उन्हें रिकाॅर्ड मतों से जिता कर केंद्रीय सत्ता में बिठा दिया। और, अब वहां बैठ कर वह उन्हें वोट देने वालों का ही मखौल उड़ा रहे हैं। सत्ता में आने के लिए हमारे माननीय नेता झूठे और कभी पूरे न होने वाले वादों की झड़ी लगा देते हैं, यह तो सब जानते ही हैं। लेकिन, नेताओं को कभी खुद को ‘झूठा’ स्वीकारते हुए नहीं देखा था।
केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी नेता होते हुए एक मामले में तो ईमानदार निकले। उन्होंने यह मान लिया कि सबसे बड़ी राष्ट्रवादी पार्टी भाजपा भी झूठ बोल कर ही सत्ता में आई है। कलर्स मराठी को दिए एक इंटरव्यू में, झूठ बोल कर केंद्र में मंत्री बन जाने वाले नितिन गडकरी जनता को बेवकूफ बना कर बहुत खुश हो रहे थे। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने गडकरी की ये क्लिपिंग ट्विटर पर शेयर की है।
इस वीडियो में नितिन गडकरी के साथ एक्टर नाना पाटेकर भी हैं और दोनों मराठी में बातचीत करते हुए हंस-हंस कर लोट-पोट हो रहे हैं। नाना पाटेकर के भी भाजपा में शामिल होने की संभावना है, लेकिन फिलहाल वह तनुश्री दत्ता के साथ छेड़छाड़ का आरोप झेल रहे हैं।
2019 नजदीक है
मजे-मजे में गडकरी भले ही यह बोल गए हों कि विदेशी बैंकों में जमा भारतीयसें का कालाधन वापस लाने और 15 लाख देने जैसे दूसरे झूठे वादों के सवाल पर वह हंस कर आगे बढ़ जाते हैं। लेकिन, 2014 अब पुरानी बात हो गई है। अब 2019 आ रहा है, वह भी अपने साथ लोकसभा चुनाव लेकर। बढ़ती महंगाई, गिरता रुपया, बेलगाम होतीं डीजल-पेट्रोल की कीमतें और रोजगार जैसे न जाने कितने ही आम सरोकार से जुड़े मुद्दे हैं, जिन पर सरकार गोल-मोल जवाब देती है।
ऐसे में सिर्फ विदेशी कूटनीति से जनता को लुभाना लोहे के चने चबाने जैसा है। गडकरी ने यह तो बता दिया कि भाजपा को 2014 में चुनाव जीतने की उम्मीद ही नहीं थी, इसलिए उन्होंने ऐसे ही हवा में लंबे-लंबे वादे कर दिए। लेकिन, मोदी लहर ऐसी कि भाजपा न सिर्फ लोकसभा चुनाव जीती, बल्कि 19 राज्यों में उसकी ही सरकार है। फिर भी माननीय मंत्री नितिन गडकरी कहते हैं कि जब उन्हें उनके वादे याद दिलाए जाते हैं, तो वह हंस कर आगे बढ़ जाते हैं।