चक्रवाती तूफान तितली का कहर खतरनाक होता जा रहा है। तितली चक्रवात आज ओडिशा के गोपालपुर पहुंचा। गोपालपुर में आए समुद्री तूफान की चपेट में आकर मछुआरों की एक नाव डूब गई। इसमें पांच मछुआरे सवार थे, जिन्हें बचा लिया गया है। मौसम विभाग के अनुसार तटीय इलाकों में 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल रही है। तितली तूफान जल्द ही ओडिशा और आंध्र प्रदेश के बाकी तटीय इलाकों में दस्तक देगा। मौसम विभाग (आईएमडी) ने चक्रवात के खतरे को देखते हुए ओडिशा और आंध्र प्रदेश सरकार ऐहतियाती कदम उठाए हैं।
हवा इतनी तेज़ गति से चल रही है कि कई इलाकों में बिजली के पोल और पेड़ भी गिरने गए। राहत और बचाव के लिए एनडीआरएफ की टीमों को भी तैनात किया गया है। सुरक्षा के मद्देनज़र तितली के ओडिशा पहुंचने से पहले ही करीब 3 लाख स्थानीय निवासियों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया गया है। तूफान के अलर्ट के बाद समंदर में मछुआरों को जाने से रोका जा रहा है, क्योंकि ऊंची-ऊंची लहरें मछुआरों के लिए मुसीबत खड़ी कर सकती हैं। तूफान को ध्यान में रखते हुए छोटी-बड़ी सभी तरह की बोट समंदर में ले जाने की मनाही है।