सचिन पायलट जी ने कहा है कि भाजपा ने गरीबों को बेहद सुहावने सपने तो दिखा दिए थे परंतु जमीनी स्तर पर कोई कार्य नहीं किए। आज समाज का गरीब तबका राशन जैसी मूलभूत सुविधाओं के लिए भी तरस रहा है परंतु राज्य की अहंकारी सरकार को जनता की सुविधाओं को लेकर कोई चिंता नहीं
एक इंटरव्यू के दौरान सचिन पायलट काफ़ि निडरता के साथ खुल्कर सामने आये और सारे सवालो का जवाब दिआ जिनके जवाब हर वोटर जानना चाहता है।
सवाल : भाजपा आपसे पूछ रही है कि राजस्थान में कांग्रेस का सीएम कौन होगा? आप पांच साल से कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष हैं। तीन-तीन उपचुनाव जिताएं हैं। क्या मन में यह कसक है कि पार्टी ने आपको ही मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित क्यों नहीं किया?
पायलट : मुझे पार्टी ने जब राजस्थान की जिम्मेदारी दी थी, तब पार्टी अपने न्यूनतम स्कोर 21 सीटों पर सिमट गई थी। हार का माहौल और निराशा थी। लेकिन ऐसी विपरीत स्थितियों में भी हर कार्यकर्ता ने मिलकर पार्टी का मजबूत ढांचा खड़ा किया। जहां तक सीएम का चेहरा घोषित न होने पर मलाल का सवाल है, तो इस वक्त मेरा पूरा फोकस पार्टी को राजस्थान में जिताने पर है। किसको कौनसा पद मिलेगा, यह पार्टी तय करेगी।
सवाल : अभी तक जितने सर्वे आए हैं, उसमें आप सरकार बना रहे हैं। यहां 1993 से अब तक यही हो रहा है। हर बार सरकार बदलती है। तो इसमें सचिन पायलट कहां हैं?
पायलट : पांच साल में जो हमने मेहनत की है, ये उसी का नतीजा है। उपचुनाव के नतीजे तो आप सबने देखे हैं। जिस तरह से हमने एक-एक बूथ पर काम किया, कांग्रेस को एक मजबूत ढांचे के साथ खड़ा किया। इस बार हम प्रचंड बहुमत से जीतेंगे।
सवाल : झालरापाटन में कांग्रेस ने राजपूतों की नाराजगी का भाजपा के खिलाफ इस्तेमाल करने के लिए मानवेन्द्र को उतारा। जवाब में टोंक में भाजपा ने अपने सबसे बड़े मुस्लिम चेहरे यूनुस खान को आपके खिलाफ उतार दिया। क्या चुनौती महसूस कर रहे हैं?
पायलट : भाजपा में असुरक्षा और मायूसी छाई हुई है। इसलिए वे धर्म और जाति की राजनीति कर रही है। मैंने पढ़ा है कि भाजपा कई बड़े नेता प्रमुख सीटों पर प्रचार करने राजस्थान आ रहे हैं। मैं इंतजार कर रहा हूं कि यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ टोंक में अपने प्रत्याशी का प्रचार करने आते हैं या नहीं?
सवाल : पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कई बार कह चुके हैं - मैं थांसू दूर नहीं। इसके कई सियासी मायने निकलते हैं। आपके लिए इसके क्या मायने हैं?
पायलट : अशोक गहलाेत राजस्थान के वरिष्ठ नेता हैं। प्रदेश में उनका काफी योगदान रहा है। वे किसी भी पद पर रहें, जो भी जिम्मेदारी निभाएं, वे राज्य के अच्छे के बारे में सोचते हैं।
सवाल : अगर आपकी सरकार आई तो भाजपा के मंत्रियों के कामकाज की जांच का भी एजेंडा रहेगा?
पायलट : कांग्रेस कभी बदले की भावना से काम नहीं करती। बीजेपी और कांग्रेस में यही फर्क है। हां, अगर भ्रष्टाचार, गड़बड़ियां हुईं हैं तो दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
सवाल : टिकट बंटवारे के बाद भाजपा की तरह कांग्रेस में भी जिस तरह की बगावत सामने आई, उसने पार्टी का अंदरूनी संघर्ष सड़क पर ला दिया। बीकानेर में नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी ने तो बगावती तेवर दिखा दिए। क्या पार्टी को नुकसान हुआ?
पायलट : टिकट न मिलने के बाद प्रतिक्रिया आना नया नहीं है। जहां तक डूडी का सवाल है, वे पांच साल तक नेता प्रतिपक्ष हैं। जिम्मेदार हैं। उस वक्त का उनका बयान थोड़ा जज्बाती था। हम दोनों ने पांच साल साथ में काम किया है। वे पार्टी शीर्ष नेतृत्व का एक अहम हिस्सा रहे हैं। उन्होंने कुछ कहा है तो सुना भी गया।
सवाल : टोंक में भाजपा ने आपके खिलाफ यूनुस खान को उतारा है, क्या चुनौती महसूस कर रहे हैं?
पायलट : मैं तो इस इंतजार में हूं...अपने प्रत्याशी के प्रचार के लिए योगी आदित्यनाथ टोंक आएंगे या नहीं
सवाल : मन में कसक तो नहीं कि पार्टी ने आपको सीएम फेस नहीं बनाया?
पायलट : इस वक्त तो मेरा पूरा फोकस पार्टी को राजस्थान में जिताने पर है। किसे कौनसा पद मिलेगा, यह पार्टी तय करेगी।
सवाल : सरकार बनेगी तो कांग्रेस की प्राथमिकता क्या होगी?
पायलट : हम किसान पेंशन योजना लाएंगे ताकि हर महीने किसान को एक निश्चित राशि मिल सके। युवाओं को रोजगार भी हमारा एजेंडा रहेगा।
सवाल : आप पांच साल अध्यक्ष रहे हैं। पिछली बार इतने समय मेंे तीन अध्यक्ष बदल गए थे। “आलाकमान’ से कार्यकर्ता स्तर तक कैसे सामंजस्य बनाया?
पायलट : अध्यक्ष पद सबको साथ लेकर चलने की एक जिम्मेदारी है। राज्य के युवा और अनुभवी नेताओं ने मुझे ताकत और समर्थन दिया। आज पांच सालों में जो हमने मेहनत की हैै, जमीन पर कांग्रेस को खड़ा किया है, इसी के बूते मतदाताओं की पहली पसंद कांग्रेस है।
सवाल : आप कितनी सीटें जीत रहे हैं?
पायलट : मैं अंकों की भविष्यवाणी नहीं करता। कांग्रेस भारी बहुमत से सरकार बना रही है।
सवाल : सरकार बनेगी तो कांग्रेस की पहली प्राथमिकता क्या?
पायलट : किसान भयंकर आर्थिक संकट से गुजर रहा है। उसे इससे बाहर निकालना है। हम किसान पेंशन योजना लाएंगे ताकि हर महीने किसान को एक निश्चित राशि मिल सके। युवाओं को रोजगार देना भी हमारा मुख्य एजेंडा रहेगा। अब तक घमंड और अहंकार का शासन रहा है। हम एक संस्कारी सरकार की छवि जनता के सामने लाएंगे।