दिल्ली के प्रगति मैदान में आयोजित 38वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए बिहार को स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया है। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु ने मंगलवार को प्रगति मैदान में आयोजित एक कार्यक्रम में बिहार को यह पुरस्कार प्रदान किया। ज्ञात हो कि वर्ष-2014 में उत्कृष्ट साज-सज्जा के लिए एवं वर्ष 2015 तथा 2016 में स्वच्छता के लिए बिहार को गोल्ड मेडल प्राप्त हुआ था।
बिहार सरकार के उद्योग विभाग के निदेशक पंकज कुमार सिंह ने पुरस्कार प्राप्त किया। बिहार को यह पुरस्कार राज्य सरकार/केंद्र शासित प्रदेश के मंडप श्रेणी में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए प्रदान किया गया है। अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला में राज्य की तीन प्रमुख कलाओं यथा मधुबनी पेंटिंग, मंजूषा पेंटिंग और टिकुली पेंटिंग ने बिहार को फिर से गौरवान्वित किया है। टेराकोटा, सिक्की एवं मंजूषा कला में चले जीवंत प्रदर्शन ने भी देश दुनिया को आकर्षित किया।
बिहार पवेलियन में सिक्की कला का डेमो भी अपनी ओर आकर्षित कर रहा था। इस वर्ष नेशनल मेरिट अवॉर्ड से सम्मानित झंझारपुर के रैयाम गांव की सुधीरा देवी ने भी अपनी कला का लाइव डेमो दिखाया। सुधीरा देवी को सिक्की कला के क्षेत्र में योगदान के लिए बिहार सरकार सहित राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कार प्रदान किया गया है। यह पुरस्कार इन्हें सिक्की से तैयार भगवान गणेश की प्रतिमा पर प्रदान किया गया। सिक्की कला में क्षेत्र में देश स्तर पर अपनी पहचान बनाने वाली करीब 43 वर्षीय सुधीरा देवी अब तक अनेकों बार दिल्ली सहित देश के विभिन्न हिस्सों में सिक्की कला की परचम लहरा चुकी हैं।
विदित हो कि भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में बिहार द्वारा हर वर्ष उत्कृष्ट प्रदर्शन किया गया है। वर्ष-2014 में उत्कृष्ट साज-सज्जा के लिए एवं वर्ष 2015 तथा 2016 में स्वच्छता के लिए बिहार को गोल्ड मेडल प्राप्त हुआ था। इस अवसर पर बिहार सरकार के उद्योग विभाग के उप निदेशक उमेश सिंह, बिहार सूचना केंद्र, नई दिल्ली के सहायक निदेशक लोकेश कुमार झा, उपेंद्र महारथी शिल्प अनुसंधान संस्थान के अधिकारी अशोक कुमार सिन्हा एवं अन्य भी उपस्थित थे।