हॉकी वर्ल्ड कप, ओडिशा में अब ओलंपिक चैंपियन अर्जेंटीना और दुनिया की नौवें नंबर की टीम न्यूजीलैंड जब सोमवार को विश्व कप के पूल बी मुकाबले में आमने-सामने होंगी तो इनका लक्ष्य जीत के साथ सीधे क्वार्टर फाइनल का टिकट कटाने का होगा। दोनों को पहले मुकाबले में कड़ी मशक्कत के बाद जीत मिली थी।
अर्जेंटीना के खिलाड़ियों के अपने देश के हॉकी संघ के साथ कटु रिश्तों और चमत्कारिक उस्ताद कार्लोस रेतेगुई के टीम से अलग होने का असर स्पेन के खिलाफ पहले मुकाबले में साफ दिखा था। दुनिया के दूसरे नंबर की टीम की स्पेन को हराने में सांस फूल गई थी। वहीं, अनुभवी लिंकमैन ऑगस्टीन मजीली और पेनाल्टी कॉर्नर विशेषज्ञ गोंजालो पिलात के दो-दो गोल के बूते पिछड़ने के बाद अर्जेंटीना ने स्पेन को 4-3 से हराया था। न्यूजीलैंड को सबसे ज्यादा चौकस पिलात से रहना होगा। अर्जेंटीना को पेनाल्टी कॉर्नर मिले तो फिर पिलात अकेले ही ड्रैग फ्लिक से गोल कर न्यूजीलैंड के किले को बिखेर कर उसे जीत दिला सकते हैं।
न्यूजीलैंड स्टीफन जैनस, हयूगो इंगलिस, केन रसेल के साथ भारत के पंछिया बंधुओं अरुण और जैरेड पर निर्भर है। उसकी अग्रिम पंक्ति के लिए मुस्तद डिफेंडर पैड्रो इबारा और जुआन विवाल्डी जैसे चौकस गोलरक्षक की मौजूदगी में अर्जेंटीना के किले को बिखेरना खासा मुश्किल होगा।
वहीं, गोंजालेज जैसे तूफानी विंगर, विंसी रोमियू, पाउ कुइमिदा और कप्तान मिगुइल डलास जैसे फ्र्री मैन के रूप में खेलने वाले तेज तर्रार खिलाड़ियों से सज्जित स्पेन को रोकना वाकई फ्रांस के लिए मुश्किल होगा। फ्रांस की टीम 28बरस के लंबे अंतराल के बाद विश्व कप खेल रही है। दुनिया की आठवें नंबर की टीम स्पेन के एनरिको गोजालोज की स्टिक पर यदि आखिरी सेकंड में गेंद आ गई होती तो उनकी टीम अर्जेंटीना को पहले मैच में ड्रॉ पर रोक लेती। ऐसे में सीधे क्वार्टर फाइनल के लिए मुकाबला त्रिकोणीय हो सकता है।
स्पेन की टीम फ्रांस के खिलाफ इस मैच से जीत की राह पर लौटने की पूरी कोशिश करेगी। फ्रांस के पास जेनस्टेट बंधुओं टॉम और हयूगो के रूप में चतुर मिडफील्डर हैं। टीम अपने डिफेंडर कप्तान विक्टर चार्लेट और गोलरक्षक आर्थर थिफेरी की किले की चौकसी पर ही ज्यादा निर्भर है।