लोकसभा चुनाव के महासमर की परीक्षा अब कड़ी होती जा रही है. देश की सबसे प्रतिष्ठित लोकसभा सीट में से एक वाराणसी में आखिरी चरण को वोटिंग होनी है. लेकिन अटकलें अभी से लगाई जा रही हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ कांग्रेस यहां से पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को उतार सकती है. अब प्रियंका के भाई और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी इस पर जवाब दिया है.
एक अंग्रेजी अखबार को दिए गए इंटरव्यू में राहुल गांधी से जब ये सवाल पूछा गया. तो राहुल ने कहा कि मैं आपको सस्पेंस में ही रखना चाहूंगा, सस्पेंस हमेशा बुरा नहीं होता है. जब एक बार फिर राहुल से पूछा गया कि क्या प्रियंका का वाराणसी से चुनाव लड़ना तय है, तो उन्होंने कहा कि ना मैं हां कर रहा है और ना ही मना करूंगा.
गौरतलब है कि जब से प्रियंका गांधी की राजनीति में एंट्री हुई है, तभी से ऐसी अटकलें लगाई जा रही थीं कि वह पीएम मोदी को सीधा चुनौती दे सकती हैं. जब उन्हें पूर्वी उत्तर प्रदेश का प्रभारी बनाया गया, तो इन अटकलों ने और भी तूल पकड़ लिया.
राजनीति में एंट्री के बाद जब प्रियंका ने पूर्वी उत्तर प्रदेश का दौरा किया तो वह प्रयागराज से होते हुए वाराणसी तक पहुंचीं. यहां उन्होंने मंदिरों में दर्शन किए, लोगों से मुलाकात और कार्यकर्ताओं से चुनाव जीतने की बातें कहीं. इसी दौरान एक कार्यकर्ता ने जब चुनाव लड़ने की बात कही, तो प्रियंका ने तपाक से कहा था कि क्या वाराणसी से लड़ लूं?
बता दें कि वाराणसी में इस बार प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने वालों की लाइन लगी है. तमिलनाडु के सैकड़ों किसान, नरेंद्र मोदी के डुप्लीकेट अभिनंदन पाठक, हाई कोर्ट के पूर्व जज समेत कई हस्तियां मोदी के मैदान में हैं. चर्चा थी कि भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर आजाद भी काशी से चुनाव लड़ेंगे, लेकिन दलित वोटों के बंटने की दुहाई दे उन्होंने चुनाव लड़ने से इनकार किया.