अंग्रेजी चैनल टाइम्स नाउ और सीएनएक्स द्वारा हालिया सर्वे में कहा गया है कि अगर यूपी में महागठबंधन की राजनीति परवान चढ़ती है, तो एनडीए को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है। उसे 42 सीटों पर हार मिल सकती है। हालिया यह सर्वे भाजपा के लिए चिंताजनक हो सकता है। सर्वे के मुताबिक अगर उत्तर प्रदेश में प्रमुख विपक्षी पार्टियां समाजवादी पार्टी, बसपा और कांग्रेस के बीच महागठबंधन बनता है, तो एनडीए को काफी नुकसान उठाना पड़ेगा।
सर्वे में जो मुख्य बातें सामने आई हैं, उसके मुताबिक यूपी की 80 लोकसभा सीट पर अगर आज चुनाव कराए जाएं और सभी प्रमुख पार्टियां अकेले चुनाव मैदान में उतरें, तो भाजपा को करीब 16 सीटों का नुकसान हो सकता है। यानी, सपा, बसपा, कांग्रेस के बीच अगर महागठबंधन नहीं बनता है, तो भाजपा को करीब 16 सीटों का नुकसान हो सकता है। ’सपा-बसपा के साथ आने पर एनडीए को 31 सीटों का नुक्सान हो सकता है और अगर समाजवादी पार्टी, बसपा और कांग्रेस के बीच महागठबंधन बन जाता है, तो भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए को 42 सीटों के नुकसान का अनुमान है। ऐसी स्थिति में एनडीए को प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों में से 31 सीटें ही मिलने की संभावना सर्वे में जताई गई है। कुल मिलाकर यूपी में महागठबंधन की सूरत में भाजपा को बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है|
सर्वे में पसंदीदा प्रधानमंत्री के मुद्दे पर पूछे गए सवाल पर नरेंद्र मोदी ने ही बाजी मारी है। सबसे ज्यादा लोगों ने नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री के तौर पर पसंद किया है। हालांकि, यूपी में पीएम मोदी की लोकप्रियता में पहले के मुकाबले गिरावट देखने को मिली है। सर्वे में पीएम मोदी को करीब 42 फीसदी वोट मिले हैं। दूसरे नंबर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी रहे। 20 फीसदी मतदाता उन्हें अगले पीएम के तौर पर देखना चाहते हैं। बसपा सुप्रीमो मायावती और पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी को 11 फीसदी वोट मिले हैं। अगले लोकसभा चुनाव में 16 फीसदी वोटर्स चाहते हैं कि कोई नया चेहरा प्रधानमंत्री बने।