कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी इन दिनों राजस्थान विधानसभा चुनाव के प्रचार में व्यस्त हैं। इसी सिलसिले में वह राजस्थान के उदयपुर में चुनावी दौरा कर रहे हैं। वहां एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राहुल ने दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की तारीफ की। राहुल ने कहा कि राजनीतिक असहमति के बावजूद उनके मन में अटल बिहारी वाजपेयी के लिए हमेशा आदर रहा। लेकिन, वाजपेयी के बहाने पीएम मोदी पर जरूर राहुल के निशाने पर रहे। पीएम मोदी को घेरते हुए राहुल ने कहा कि ‘प्रधानमंत्री कहते हैं कि वह हिंदू हैं, लेकिन वह हिंदुत्व की नींव को ही नहीं समझते हैं।’
राहुल गांधी ने कहा, ‘मेरे लिए सबसे ज्यादा दिलचस्पी का विषय है कि हिंदुत्व की नींव क्या है? आप हिंदुत्व को जानिए। गीता में लिखा है कि ज्ञान सबके पास है। ज्ञान आपके चारों तरफ है। ज्ञान इनके पास है, उनके पास है। हर जीव के पास ज्ञान है और हमारे प्रधानमंत्री कहते हैं कि सिर्फ मेरे पास ज्ञान है। वह कहते हैं कि मैं हिंदू हूं और जो हिंदुत्व की नींव है, वह उसे नहीं समझते हैं, किस प्रकार के हिंदू हैं?’
यहां उन्होंने पीएम मोदी और पूर्व दिवंगत पीएम अटल बिहारी वाजपेयी की तुलना करते हुए आगे कहा, ‘यही विरोधाभास है। मैंने वाजपेयी जी को देखा है। हमारी और उनकी राजनीतिक लड़ाई थी, लेकिन उनकी भाषा, उनका अंदाज, उनके लिए आदर अलग है। हम उनसे राजनीतिक तौर पर असहमत थे, हमारी राजनीतिक लड़ाई भी थी, लेकिन उनका एक व्यक्तित्व था’।
प्रधानमंत्री पर राहुल का वार
मोदी सरकार की नीतियों पर कड़ा प्रहार करते हुए राहुल गांधी ने कहा, ’प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समझते हैं कि दुनिया का पूरा ज्ञान उन्हीं के दिमाग से निकलता है और बाकी लोगों को कुछ नहीं मालूम है। यूपीए सरकार के समय एनपीए दो लाख करोड़ रुपये था। मोदी सरकार के चार साल में एनपीए 12 लाख करोड़ रुपये हो गया। नोटबंदी और जीएसटी के बारे में देश की जनता भ्रमित है और इससे अर्थव्यवस्था को नुकसान हुआ। मोदी सरकार युवाओं के लिए रोजगार देने के मामले में पूरी तरह विफल रही है।’
मनमोहन सिंह ने तीन बार सर्जिकल स्ट्राइक की थी
राहुल गांधी यहीं नहीं रुके। उन्होंने कहा, ’क्या आप जानते हैं कि नरेंद्र मोदी की सर्जिकल स्ट्राइक की तरह, मनमोहन सिंह जी ने भी तीन बार ऐसा किया? जब आर्मी मनमोहन सिंह के पास आई और कहा पाकिस्तान जो कर रहा है, ऐसे में हमें बदला लेने की जरूरत है, तो उन्होंने कहा कि हमें इसे अपने उद्देश्यों के लिए गुप्त रखना चाहिए।’