वैसे आप ने कई कहानियां सुनी और पढ़ी होगी। मगर आज जिस शख्स की कहानी हम आपको बताने जा रहे हैं, वो कोई और नहीं बल्कि हरियाणा की राजनीति में एक जाना-माना युवा राजनेता है। कभी देश-विदेश में अपने काम से देश का मान-सम्मान बढ़ाया तो आज हरियाणा की राजनीति में युवा सोच की पहली पंसद बने है। जी हां…! यह शख्स कोई और नहीं बल्कि इनेलो के वीरेंद्र राणा जी है। जिनका परिवार देवी लाल के जमाने से इनेलो के समर्थक रहा है। वीरेंद्र राणा पढ़े-लिखे और युवा राजनेताओं में अपनी पहचान रखने वाले नेता हैं। जो अपनी मेहनत से कई बार विदेशी धरती पर भी देश का सम्मान बढ़ा चुके है।
आपको बता दें, राणा जी राजनीति में आने से पहले पेशे से एक उद्यमी भी है, जिनका कारोबार देश-विदेशों तक फैला है। कारोबार के जरिए राणा जी ने कई युवाओं को रोजगार भी प्रदान किया है। खास बात तो यह है, राणा जी आईटी इंजीनियर हैं, जिन्होंने कैलिफोर्निया स्टेट यूनिवर्सिटी से एमबीए किया है। जिनका गांव बजघेरा, गुड़गांव में है, जो एक सामान्य परिवार से आते हैं।
जिनके पिता जी खजान सिंह ने 20 साल से अधिक वर्षों तक भारतीय वायु सेना में सेवा प्रदान की है। वीरेंद्र राणा उद्यमी बनने से पहले कई बहुराष्ट्रीय कंपनियों के साथ काम कर चुके है। वीरेंद्र राणा ‘साक्षरता भारत’ नाम से एक एनजीओ भी चलाते है। जो गुड़गांव में स्थित है, जिसके माध्यम से वंचित महिलाओं और बच्चों को शिक्षा, सशक्तिकरण व रोजगार भी प्रदान किया जाता है। राणा जी पिछले 10 वर्षों से एनजीओ के माध्यम से समाज की सेवा कर रहे है। इसी को देखते हुए राणा जी ने राजनीति में आकर जन सेवा करने का फैसला किया। जिन्हें इनेलो पार्टी ने हरियाणा के गुड़गांव लोकसभा सीट से टिकट दिया है। देखना होगा वीरेंद्र राणा को गुड़गांव की जनता इतना पंसद करती है ?