वैसे आपको यह पढ़कर बढ़ा आश्चर्य हो रहा होगा, रोहतक से बीजेपी के प्रत्याशी अरविंद शर्मा ने चुनाव लड़ने की घोषणा करनाल से की थी और पार्टी उन्हें टिकट रोहतक से दे चुकी है । लोगो का कहना है की रोहतक सीट में अरविन्द शर्मा की कोई खाश रूचि नहीं रही है परन्तु आज शर्मा जी वहीं से चुनाव लड़ रहे हैं। चलिए आपको इस पूरे वाकये से परिचित कराते हैं। हम बात कर रहे है देश में हो रहे लोकसभा चुनावों की, जहां पहले और दूसरे चरण के चुनाव संपन्न हो चुके हैं, तो वहीं तीसरे चरण के लिए २३ अप्रैल को चुनाव होंगे। इस बार लोकसभा चुनाव 7 चरणों में होंगे, जबकि हरियाणा के सभी लोकसभा सीटों पर छठे चरण में 12 मई को चुनाव संपन्न होंगे।
हरियाणा लोकसभा चुनावों के लिए सभी पार्टी ने अपने-अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं। जिसमें से एक उम्मीदवार ऐसे भी है, जो टिकट से पहले करनाल लोकसभा क्षेत्र में अपना प्रचार-प्रसार करते हुए दिखाई दिए थे। महोदय जी को क्या पता पार्टी ही उन्हें घर छोड़ने को कह देगी। अब फरमान आया है, तो मानना भी पड़ेगा।
हम बात कर रहे है डॉ अरविंद शर्मा की जिन्होंने हाल ही में बीएसपी छोड़ बीजेपी ज्वॉइन की थी। वैसे आपको बता दें, अरविंद शर्मा 10 साल कांग्रेस की ओर से करनाल लोकसभा क्षेत्र के सांसद भी रह चुके हैं। परन्तु पिछले कुछ समय से पार्टी बदलते रहे है, कभी बीएसपी तो कभी बीजेपी। माहौल को देखते हुए माना जा रहा था, हाल ही में बीजेपी में शामिल अरविंद शर्मा को करनाल से मैदान में उतारा जा सकता है, परंतु पार्टी ने करनाल से संजय भाटिया को टिकट देकर सभी को चौंकाने का काम किया।
जहां अरविंद शर्मा करनाल में अपना प्रचार-प्रसार की तैयारियों में जुटे थे, तो वहीं पार्टी ने उन्हें रोहतक से टिकट देकर सदमें में जरूर डाला है । लोगो का मानना है कि अरविंद शर्मा करनाल या सोनीपत सीट से चुनाव लड़ना चाहते थे, जहां उनकी अच्छी पकड़ मानी जाती हैं, परंतु शायद अब वे अपनी बदलती राजनीति में सब कुछ सहने के मूड में है। अब देखना होगा अरविंद शर्मा को अपनी बदलती राजनीति का क्या फायदा और क्या नुकसान होता है?
ब्यूरो रिपोर्ट