वैसे इंसान अपने स्वार्थ के लिए क्या-क्या नहीं करता है ? अगर भारतीय राजनीति की बात करें तो आपको कई ऐसे चेहरे नजर आ जाएंगे, जो अपने राजनीति हित के लिए कभी इस पार्टी में तो कभी उस पार्टी में नजर आते हैं। हाल ही में हरियाणा के कद्दावर नेता अरविंद शर्मा अपने नई पार्टी के फैसले को लेकर खूब चर्चा का विषय बनें। शर्मा जी ने हाल ही में बीजेपी ज्वॉइन की, जिससे एक बात साफ हो गई बीजेपी अरविंद शर्मा को करनाल से मैदान में उतारेगी, परंतु अंतिम समय में बीजेपी ने शर्मा जी को रोहतक से मैदान में उतारने का फैसला किया। जिससे बीजेपी के इस फैसले से हरियाणा की राजनीति गर्म होने लगी। जहां विशेषज्ञों का कहना है अरविंद शर्मा को कांग्रेस के युवा और हरियाणा कांग्रेस के सबसे मजबूत चेहरा दीपेंद्र हुड्डा के खिलाफ मैदान में उतारकर बलि का बकरा बनाया जा रहा है। जबकि अरविंद शर्मा इसे पार्टी फैसला मानकर स्वीकार कर रहे है।
देखना होगा अरविंद शर्मा रोहतक में दीपेंद्र हुड्डा को टक्कर दे पाते है या फिर उन्हें जोरदार हार का सामना करना होगा। यह तो आने वाला वक्त ही बता सकता है, नेता जी का करनाल छोड़, रोहतक आना कितना सही साबित होता है। अरविंद शर्मा पहली बार रोहतक से चुनाव लड़ रहे है, जबकि दीपेंद्र इस सीट से लगातार 3 बार सांसद रह चुके है। ऐसा नहीं है कि शर्मा जी राजनीति में कमजोर है, परंतु शर्मा जी अपना घर छोड़ कर हरियाणा के सबसे मजबूत प्रत्याशी के गढ़ रोहतक पहुंचे है। जिससे यह टक्कर और मजबूत हो जाती है। अब देखना होगा इस रण में कौन किसे कितना टक्कर दे पाता है।