हेमन्त शर्मा,रायपुर। राजधानी रायपुर समेत प्रदेश के कई हिस्सों में लगातार तेज गर्मी और उमस से लोगों का हाल बेहाल है. कई दिनों से यहां बारिश पूरी तरह थम गई है. जिससे अब किसानों को भी चिंता सताने लगी है. जिस तरह से मौसम करवट ले रहा है उससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि अभी प्रदेश में बारिश होने की उम्मीद बहुत कम है. बता दे कि प्रदेश के 27 जिलों में से 17 जिलों में बारिश सामान्य से बहुत कम बारिश हुई है.
मौसम वैज्ञानिक एचपी चंद्रा के अनुसार, एक स्थिति आती है जिसको हम लोग ब्रेक इन मानसून कहते है और लगभग यही स्थिति प्रदेश में बनी हुई है.
उन्होंने बताया कि मानसूनी बारिश की रुकावट की वजह से ये असर पड़ रहा है.पूर्वी उत्रप्रदेश से बाहिरा होते हुए बंगाल की खाड़ी तक बनी एक द्रोणिका अब पंजाब हरियाणा होते हुए हिमालय तक पहुंच चुकी है इस स्थिति में प्रदेश बारिश कुछ दिनों के लिए थम गई है. सिस्टम बनने में समय लग सकता है. प्रदेश में बने कई सिस्टमों के अनुकूल ना होने की वजह से भी भारी बारिश की संभावना नहीं है. जिसकी वजह से तापमान में एक से दो डिग्री तक की बढ़ोतरी देखी जा सकती है.
एचपी चंद्रा ने कहा कि तापमान में एक से दो डिग्री तक की बढ़ोतरी होने की संभावना है. प्रदेश में बने कई सिस्टमों के अनुकूल ना होने की वजह से भी भारी बारिश की संभावना नहीं है. अगले 48 घंटो में प्रदेश के एक दो स्थानों पर हल्की और मध्यम बारिश हो सकती है. बंगाल की खाड़ी में यदि कोई सिस्टम तैयार हो तो उसके बाद भारी बारिश की उम्मीद की जा सकती है.