नई दिल्ली: विश्व कप 2019 के पहले सेमीफाइनल में भारत को न्यूजीलैंड के हाथों हार का सामना करना पड़ा। ऐसा माना जा रहा है कि महेंद्र सिंह धोनी का 49वें ओवर आउट होना चैट का टर्निं प्वॉइंट था। वहीं, दूसरी ओर धोनी के रन आउट को लेकर सोशल मीडिया में बहस छिड़ गई है। दुनियाभर के लोगों कीे अलग—अलग प्रतिक्रियाएं सामने आ रही है। लोगों का यह कहना है कि धोनी जिस गेंद पर आउट हुए वो नो बॉल थी। लोगों ने सोशल मीडिया पर स्किन शॉट भी शेयर किए हैं। हालांंकि अभी आईसीसी की इस बात को लेकर कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।
गौरतलब है कि जब धोनी आउट हुए तो टीम इंडिया को जीत के लिए 10 गेंदों में 25 रन बनाने थे और धोनी 49 रनों पर खेल रहे थे। 49वें ओवर में फर्ग्यूसन द्वारा डाली गई तीसरी गेंद को धोनी ने शॉर्ट फाइन लेग पर खेला था वे एक रन बनाने के बाद वे दूसरा रन ले रहे थे जब फाइन लेग बाउंड्री से दौड़कर आए गप्टिल के डायरेक्ट थ्रो पर वे रन आउट हुए।
इसके बाद सामने आया बहस का असली मुद्दा जब लोगों ने मैदान में फिल्डीग कर रहे खिलाड़ियों को देखा। इस दौरान न्यूजीलैंड ने 30 गज के दायरे के बाहर 6 खिलाड़ी खड़े किए थे। जबकि आईसीसी के नियमों के अनुसार अंतिम पावरप्ले में पांच खिलाड़ी 30 गज के सर्कल के बाहर रह सकते हैं, लेकिन धोनी जिस गेंद पर रन आउट हुए उस गेंद पर न्यूजीलैंड के 6 खिलाड़ी सर्कल के बाहर थे।
लेकिन गौर करने वाली बात यह है कि धोनी को रन आउट हुए और अगर अंपायर फर्ग्यूसन की गेंद को नो बॉल भी करार देते तो भी धोनी आउट ही होते। क्योंकि नो बॉल पर भी रन आउट मान्य होता है।
लोगों का ऐसा मानना है कि इन दोनों ही स्थिति में यदि अंपायर्स नोबॉल देते तो धोनी को मालूम रहता कि उन्हें नोबॉल का एक रन मिल चुका है तो हो सकता है कि वे दूसरे रन का अतिरिक्त जोखिम नहीं उठाते। इतने बड़े मैच में अंपायर्स की इस तरह की गलती को लेकर फैंस ने सोशल मीडिया पर तीव्र प्रतिक्रिया व्यक्त की।