छत्तीसगढ़ :- हाल ही में मुख्यमंत्री बघेल ने छत्तीसगढ़ में कुपोषण के मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए , मध्यान्ह भोजन के मेनू में अंडा को शामिल किया है ताकि सुपोषण की स्थिति बन सके , नव निहालों को उचित पोषण आहार मिले और कुपोषण से लड़ने की क्षमता विकसित हो | पोषण में कमी आ जाने से लोगों को कई बीमारियों से जूझना पड़ता है | अंडा में पोषक तत्वों की पर्याप्त मात्रा होती है और इससे कुपोषण को दूर भगाया जा सकता है | इस बात की कई सामाजिक कार्यकर्ताओं नें समर्थन भी किया है | शिक्षकों नें भी इस योजना की तारीफ़ कर स्वागत किया है | लेकिन इसी बीच इस मामले को लेकर कबीरपंथी समाज के लोग विरोध में खड़े हो गए हैं और स्कूल के मध्यान्ह भोजन की मेनू से अंडा को हटाने के लिए शासन को ज्ञापन सौंपने की फ़िराक में हैं |
बताया जा रहा है की राजधानी रायपुर से समाज के प्रकाश मुनिनाम साहब नें मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर अंडा को हटाने के लिए आग्रह किया है | इस बात की पुष्टि कबीरपंथ के धर्म प्रचारक प्रकाश मुनिनाम साहब के फेसबुक अकाउंट से किये गए एक पोस्ट से हो चुकी है | उन्होंने पोस्ट में लिखा है | माननीय मुख्यमंत्री छतीसगढ़ आप से हठ पूर्वक निवेदन है कि छत्तीसगढ़ राज्य के स्कूलों में बच्चों के मिलने वाले मध्यान्ह भोजन की सूचि से अंडे को तत्काल बाहर करें अन्यथा हम कबीर पंथ समाज के लोग आन्दोलन के लिए बाध्य होंगे |