शिक्षा विभाग की उदासीनता की वजह से टॉपर बेटी को हो रही एडमिशन की परेशानी.. बेटी बचाव बेटी पढ़ाओ का नारा सिर्फ जुबान पर..
बिलासपुर में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा सिर्फ अधिकारियों की जुबान चढ़ा हुआ नजर आ रहा है.. इसलिए तो गौरेला-पेंड्रा ब्लॉक में कक्षा 10 में टॉप करने वाली प्राची मौर्या शिक्षा विभाग की उदासीनता के कारण अब तक रिजल्ट नहीं मिल पाया है.. पेंड्रा के कुड़कई ग्राम के शासकीय हाई स्कूल में पढ़ने वाली प्राची की वर्ष 2018-19 के बोर्ड परीक्षा में कुल 600 अंको में 554 अंक प्राप्त हुए है.. और पूरे गौरेला-पेंड्रा ब्लॉक में प्राची ने प्रथम स्थान प्राप्त किया था.. प्राची आगे की पढ़ाई के लिए दूसरे स्कूल में प्रवेश ले रही है लेकिन अब तक 10वी का रिजल्ट अब तक नहीं मिलने के कारण प्राची को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.. मामले में हाई स्कूल कुड़कई की प्राचार्य डी टोप्पो का कहना है कि बोर्ड ऑफिस के बाबू अजय सूर्यवंशी द्वारा बार बार रिजल्ट लेने आये स्कूल के कर्मचारियों को घुमाया जा रहा है.. बता दें कि इससे पहले प्राची उत्तर प्रदेश में पढ़ाई कर रही थी और 9वी के बाद वह कुड़कई के हाई स्कूल में पढ़ाई कर रही थी.. क्योंकि बाहर से पढ़कर आए विद्यार्थियों को गृहता में हस्ताक्षर की जरूरत पड़ती है.. और रिजल्ट जारी होने के कई दिनों बाद भी गृहता में हस्ताक्षर नहीं होने के कारण अब तक प्राची को रिजल्ट नहीं मिल पाया है.. साफ तौर पर जाहिर है कि ब्लॉक की टॉपर और मेरिट लिस्ट में आने वाली प्राची का रिजल्ट के लिए इस तरह भटकना शिक्षा विभाग की लापरवाही और उदासीनता को उजागर करता है..