ये कहानी है एक मजदूर की. वही मजदूर जिसकी बदौलत हम और आप जरुरत की चीजों का इस्तेमाल करते हैं. चंद पैसों के लिए दिन-रात मेहनत कर अपने घर को चलाता है. परिवार को दो वक्त की रोटी खिलाता है और खुद भी खाता है. लेकिन जब ये मजदूर ही नहीं रहेगा तो परिवार का पालन-पोषण कौन करेगा ? 30 जनवरी 2001 को नेतराम रोज की तरह ही जायसवाल निको फैक्ट्री में रात को काम करने जाता है. इसके लिए वह बकायदा पंचिंग कर फैक्ट्री के अंदर प्रवेश करता है. लेकिन वो वापस बाहर नहीं आता है. पता नहीं उसे जमीन निगल गई या आसमान खा गया.
ये खबर छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के धरसीवां स्थित जायसवाल निको फैक्ट्री की है. किसान नेतराम साहू के जमीन पर फैक्ट्री का निर्माण हो जाता है. तब उस किसान को रोजी रोटी चलाने के लिए उस कंपनी में काम मिल जाता है. कंपनी में ऑपरेटर के पद पर काम करता है. 30 जनवरी की रात वह ड्यूटी पर जाता है और वापस घर नहीं आता है. लेकिन फैक्ट्री के अंदर ही उसका कपड़ा बरामद हुआ था. फैक्ट्री प्रबंधन इस बारे में कुछ भी कहने से बच रहा है. नेतराम की पत्नी और बच्चे उसे वापस लाने की गुहार लगाते है, पर वह पावस नहीं आता. कुछ साल बाद सदमे में उसकी पत्नी भी दुनिया को अलविदा कह देती है. अब रहा गया उनका बच्चा, जो इसी आस में जी रहा है कि उसके पिता एक दिन लौटकर वापस जरुर आएंगे.
जायसवाल निको फैक्ट्री
भाजपा शासनकाल में परिजनों ने नेतराम का पता लगाने बहुत प्रयास किया, लेकिन प्रयास बेनतीजा निकला. अब इस मामले को लेकर नेतराम के परिजनों ने क्षेत्रीय विधायक अनिता योगेंद्र शर्मा से शिकायत करते हुए न्याय की गुहार लगाई है.
नेतराम के भाई का कहना है कि आज तक फैक्ट्री प्रबंधन ने नेतराम के बारे में कोई सही जानकारी नहीं दी, न ही परिजनों की कोई मदद की. विधायक अनिता योगेंद्र शर्मा ने कहा कि मामले की नए सिरे से जांच कर प्रभावी कार्रवाई करने कलेक्टर और धरसीवां पुलिस को पत्र लिखा है, जल्द ही इस मामले में कोई ठोस कार्रवाई होगी.
कंपनी के जीएम ने कहा कि यह बहुत पुराना मामला है, उसकी जांच हो चुकी है. इधर धरसीवां टीआई ने कहा कि पूरा प्रकरण देखने के बाद ही इस मामले में कुछ कहा जा सकता है. अब देखना यह होगा कि विधायक ने तो आश्वासन दे दिया है, लेकिन क्या वो इस मामले में प्रभावी कार्रवाई करेंगी ? या फिर पिछले 18 साल से चल रहे ढर्रे पर ही काम चलता रहेगा ? बीजेपी शासनकाल में तो कुछ नहीं हुआ, अब परिजनों को कांग्रेस सरकार से उम्मीद जगी है. क्या नेतराम के परिजनों को न्याय मिल पाएगा ?