मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के एक्शन के बाद प्रदेश की पुलिस एक्टिव मोड में है। दरअसल, एमपी पुलिस अब मदरसों पर कड़ी नजर रखेगी। पुलिस का पीएफआई (PFI) जैसे संगठन पर फोकस रहेगा। डीजीपी सुधीर कुमार सक्सेना ने पुलिस अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए है। बेटियों बहनों को बहलाने फुसलाने या मतांतरण करवाने वालों पर कड़ी नज़र रखने के निर्देश दिए है। ऐसे तत्वों पर सख्त कार्रवाई करने की बात कही है।
एमपी पुलिस के डीजीपी सुधीर सक्सेना ने गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कानून व्यवस्था की समीक्षा की। इस बैठक में सभी जोन के एडीजी, आईजी, भोपाल-इंदौर के पुलिस कमिश्नर मौजूद रहे। इस दौरान उन्होंने पुलिस प्रतिबंधित संगठन पीएफआई और मदरसों पर कड़ी निगाह रखने के निर्देश दिए।
डीजीपी सुधीर सक्सेना ने कहा कि PFI जैसे संगठनों पर सिर्फ ATS नहीं बल्कि पुलिस अधीक्षक भी निगाह बनाए रखें। अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए प्रतिदिन शाम 6 से 9 बजे तक पैदल गश्त किया जाए। इन पर नज़र रखने के लिए पुलिस का एक दल बनाया जाएगा। प्रदेश में माफिया को नेस्तनाबूद करने के DGP सुधीर सक्सेना ने कड़े निर्देश दिए है। राष्ट्रविरोधी तत्वों को पनपने का मौका ना दिया जाए।
शिवराज सिंह ने बीते दिनों कानून व्यवस्था को लेकर समीक्षा बैठक की थी। जिसमें अवैध मदरसों को लेकर कड़े निर्देश दिए गए थे। प्रदेश में अवैध मदरसों, संस्थान जहां कट्टरता का पाठ पढ़ाया जा रहा है, उसका रिव्यू करने के निर्देश दिए गए थे। मुख्यमंत्री ने कहा था कि कट्टरता और अतिवाद बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।