देश में लगातार आतंकी गतिविधि बढ़ रही है। पिछले 5 दिनों में हमारे 45 जवान शहीद हो चुके है। इसके बावजूद भी हमारी सरकारें सोई हुई हैं। पाकिस्तान लगातार सीमा पर हमले करता आया है। हर दिन हमारा जवान शहीद होता है। देश रोज आतंकी हमलों को झेलता है। ऐसे में सवाल उठते हैं। आखिर ये आतंकी हमले कब तक...? क्या यूहीं हमारे सैनिक अपने प्राणों की शहादत देते रहेंगे?
इस वक्त पाकिस्तान के खिलाफ देश की जनता में जो आक्रोश देखने को मिल रहा है। वह देश की अखंडता को दर्शाता है। देश का हर वर्ग सिर्फ सैनिकों की शहादत का बदला चाहता है। आवाज उठ रही है, आखिर कब तक हमारे जवान शहीद होते रहेंगे..?
14 फरवरी 2019 को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आतंकी हमला हुआ, जिसमें हमारे एक साथ 40 जवान शहीद हुए। देश शोक में डूबा हुआ है।
सीमा पर तैनात जवानों की हर मां-बाप डरे हुए हैं। किसी का भाई, तो किसी का बेटे खो गया है। भारत मां दर्द से चीख रही है। हर देशवासी आक्रोश की आग में जल रहा है। अगर जल्द से जल्द इस हमले का बदला नहीं लिया जाए, तो देश में आक्रोश की यह आग और अधिक फैल सकती है।
इतने बड़े हमले के बाद भी देश के कुछ गद्दार नेता इस हमले में भी राजनीति करना नहीं छोड़ रहे हैं। जहां विपक्ष से लेकर सत्ता पक्ष के एक सुर देखने को मिल रहे हैं। तो वहीं देशवासियों इस हमले के बदले का इंतजार कर रहे है। इतना ही नहीं सोशल मीडिया पर इस हमले के चलते पाकिस्तान की कड़ी निंदा भी हो रही हैं। हर हिंदुस्तानी अपना गुस्सा सोशल मीडिया के जरिए निकाल कर, भारत सरकार से एक ही मांग कर रहा है, कि पाक को जल्द से जल्द सबक सीखाया जाए।
पाकिस्तान की इन करतूतों को भारत कई बार दुनिया के सामने भी ला चुका हैं। इसके बावजूद भी पाकिस्तान अपने आप को दूध का धुला बताता आया है। भारत को अब पाक की नापाक करतूतों को दुनिया के सामने नहीं, बल्कि मुंहतोड़ जवाब देकर देना चाहिए। तभी पाकिस्तान अपनी सही अकौत में आएगा। उम्मीद करते है, भारत सरकार जल्द से जल्द पाकिस्तान को उसकी अकौत दिखाएगा। जय हिंद-जय भारत