पी डब्लू डी में गैंग लेबर के रूप में कार्यरत एक मजदूर विगत 3 वर्षों से विभाग में दुबारा जॉइनिंग के लिए अपने अधिकारियों के दफ्तरों की चक्कर काट रहा है लेकिन माननीय न्यायालय के आदेश के बावजूद अधिकारियों के कानों में जूं तक नही रेंग रहा नतीजतन अब इस मजदूर के सामने भूखे पेट रहने की नौबत आ गयी है।
जशपुर जिले के सन्ना निवासी कन्हैयालाल यादव लोकनिर्माण विभाग में बतौर गैंग लेबर में नियुक्त होकर कार्यरत था।2014 में कन्हैलालाल के विरुद्ध मर्डर केस दर्ज होने के बाद वह जेल चला गया लेकिन न्यायालय के समक्ष उसका जुर्म साबित नही हुआ और वह बाइज्जत बरी भी हो गया।
दोष से बरी करते वक़्त न्यायालय ने आदेश में उसे नौकरी में दुबारा बहाल किये जाने के आदेश भी दिए लेकिन न्यायालय के आदेश को लोकनिर्माण विभाग दरकिनार करते रहे।न्यायालय से बरी हुए उसे 3 साल हो गए और इन 3 वर्षों में उसने 300 बार अधिकारियों के सामने दुबारा बहाल किये जाने की गुहार लगा चुका है लेकिन उसकी सुनवाई अबतक नही हई है।
कन्हैया लाल ने बताया कि नौकरी में दुबारा बहाल नही होने के चलते उसके और उसके परिवार के सामने भुखमरी की नौबत आ गयी।