क्रिकेट जगत में लगता है संन्यासों का दौर चल रहा है। भारत और पाकिस्तान के दो क्रिकेटर संन्यास की घोषणा कर चुके हैं। संन्यास की घोषणा के बाद दर्शकों में नाराजगी है। एक ओर तो भारतीय बल्लेबाज गौतम गंभीर ने क्रिकेट को अलविदा कह दिया, वहीं पाकिस्तान के सलामी बल्लेबाज मोहम्मद हफीज ने भी टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने की बात कह दी है।
गंभीर ने क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास ले लिया है। दिल्ली और आंध्र प्रदेश के बीच गुरुवार से फिरोजशाह कोटला मैदान पर खेला जाने वाला रणजी मुकाबला गंभीर के शानदार क्रिकेट करियर का अंतिम मैच होगा। बता दें कि गंभीर ने 58 टेस्ट और 147 वनडे मैच खेले हैं। क्रिकेट से संन्यास की जानकारी उन्होंने ट्विटर पर दी। गंभीर ने लिखा, ‘जिंदगी में कड़े फैसले हमेशा भारी मन से लिए जाते हैं। भारी मन से मैं यह फैसला ले रहा हूं, जिसे लेने के ख्याल मात्र से ही मैं जिंदगी भर डरता रहा।’
गंभीर ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी कर कहा, ‘आंध्र प्रदेश के साथ होने वाला रणजी ट्रॉफी मुकाबला मेरे करियर का अंतिम मैच होगा। मेरे करियर का अंत वहीं होने जा रहा है, जहां (कोटला स्टेडियम) से मैंने शुरुआत की थी। एक बल्लेबाज के तौर पर मैंने टाइमिंग का सम्मान किया है। मेरे लिए यह संन्यास लेने का सही समय है और मुझे लगता है कि यह मेरे शॉट्स की तरह ही स्वीट है।’
बता दें कि गंभीर ने 2016 में भारत के लिए अंतिम टेस्ट मैच खेला था। उनका करियर 1999 में शुरू हुआ था। गंभीर ने टेस्ट मैचों में 41.95 के औसत से कुल 4154 रन बनाए और वनडे मैचों में उनके नाम 5238 रन रहे। गंभीर ने भारत के लिए 37 टी-20 मैच भी खेले। टेस्ट मैचों में गंभीर ने नौ शतक लगाए, जबकि वनडे मैचों में उनके नाम 11 शतक रहे। इसके अलावा गंभीर ने टी-20 मैचों में सात अर्धशतक लगाया है।
वहीं, पिछले कुछ समय से खराब दौर से गुजर रहे पाकिस्तानी सलामी बल्लेबाज मोहम्मद हफीज ने कहा कि वह न्यूजीलैंड के खिलाफ वर्तमान टेस्ट मैच के बाद टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लेंगे। इस 38 वर्षीय बल्लेबाज ने पिछले महीने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दुबई में शतक जमाया था, लेकिन इसके बाद वह सात पारियों में केवल 66 रन ही बना पाए हैं। हफीज ने कराची में 2003 में बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया और अबुधाबी में चल रहा टेस्ट उनका 55वां मैच है। उन्होंने अब तक 3644 रन बनाए हैं, जिसमें दस शतक और 12 अर्धशतक शामिल हैं।