शाहिद आफरीदी ने हाल में अपनी आत्मकथा में गौतम गंभीर के बारे में नकारात्मक बातें लिखी हैं, जिनका जवाब देते हुए उन्होंने खुद पाकिस्तान के पूर्व कप्तान को ‘मनोचिकित्सक’ के पास ले जाने की पेशकश की.
आफरीदी ने अपनी आत्मकथा ‘गेम चेंजर’ में व्यांग्यत्मक रूप में गंभीर के बारे में लिखा कि वह ‘इस तरह का व्यवहार करते हैं जैसे वह डॉन ब्रैडमैन और जेम्स बांड दोनों की काबिलियत’ रखने वाले हैं और उनका रवैया भी अच्छा नहीं है और न ही उनका कोई बड़ा रिकॉर्ड हैं.
पूर्व भारतीय क्रिकेटर गंभीर ने आफरीदी को टैग करते हुए अपने अधिकारिक ट्विटर पर इसका जवाब दिया. उन्होंने ट्वीट किया, ‘...तुम मजाकिया व्यक्ति हो ! कोई नहीं, हम अब भी पाकिस्तानी लोगों को इलाज के लिए वीजा दे रहे हैं. मैं खुद तुम्हें मनोचिकित्सक के पास लेकर जाऊंगा.’
इन दोनों खिलाड़ियों के बीच मैदान के अंदर और बाहर ही अच्छा तालमेल नहीं रहा है और आफरीदी की इस तरह की टिप्पणी में यह साफ झलकता है. 2007 में कानपुर में द्विपक्षीय वनडे सीरीज में दोनों के बीच बहस हो गई थी (हालांकि आफरीदी की किताब में एशिया कप मैच बताया गया है जो गलत है.)
आफरीदी ने हाल में स्वीकार किया कि उन्होंने उम्र संबंधित धोखाधड़ी की थी और जब उन्होंने अपने पर्दापण मैच में शतक जड़ा था, तो वह 16 के नहीं बल्कि 21 साल के थे, जबकि वर्षों से माना जा रहा था कि वह तब 16 साल के थे.