लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण के लिए देश में प्रचार जोरों पर है. बिहार के मुजफ्फरपुर में मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विशाल जनसभा को संबोधित किया. इस जनसभा में पीएम मोदी के साथ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान भी मौजूद रहे. रैली में पीएम मोदी ने कहा कि चार चरणों के चुनाव के बाद विपक्षी चारों खाने चित हो गए हैं, आने वाले तीन चरण विपक्ष की हार कितनी बड़ी होगी ये तय करेंगे. उन्होंने कहा कि ये लहर नहीं ललकार है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि विपक्ष इस बार सरकार बनाने के लिए नहीं बल्कि अपने सांसदों की संख्या बढ़ाने में लगा है. लेकिन अगर इनकी ताकत बढ़ी तो बिहार में एक बार फिर लूटपाट की घटनाएं बढ़ सकती हैं. विपक्ष सिर्फ यही चाहता है कि इस बार दिल्ली में कमजोर सरकार बने ताकि लूटपाट करने में आसानी हो सके.
रैली में पीएम मोदी बोले कि जो जेल में हैं, जो बेल पर हैं वो मजबूत सरकार को बर्दाश्त नहीं करना चाहते हैं. जैसे हम मिशेल मामा को उठाकर लाए हैं, वैसे ही उनके बाकी चाचाओं को भी वापस आना होगा. प्रधानमंत्री ने कहा कि अभी तक इन्हें बेल पर करवाया है, अब जेल तक पहुंचाने की पूरी तैयारी है. उन्होंने कहा कि जिनके नसीब में विपक्ष का नेता बनना भी नहीं लिखा है, वो प्रधानमंत्री बनने का सपना देख रहे हैं.
इस रैली में पीएम ने एक बार फिर आतंकवाद के मुद्दे पर बात की, उन्होंने कहा कि एक समय था जब देश में मंदिर-मस्जिद-रेलवे स्टेशनों पर बम धमाके होते थे लेकिन कांग्रेस की सरकार कमजोर रुख अपनाती थी. बीते पांच साल में हमारी सुरक्षा एजेंसियों ने इन गलत इरादे वालों को रोक कर रखा है, लेकिन अब भी वह मौके की तलाश में हैं. वो हम पर हमला करने की प्लानिंग करते हैं और हम उनका प्लान फेल करने में लगे रहते हैं.
प्रधानमंत्री ने कहा कि आतंक की फैक्ट्री जहां पर भी है, वहां इस चौकीदार की नजर है. जहां से भी भारत को खतरा होगा, हम वहां पर घर में घुसकर मारेंगे. लेकिन महामिलावटियों को आपकी सुरक्षा की चिंता नहीं है, पाकिस्तान का नाम सुनते ही इनके पैर कांपने लगते हैं. इसी वजह से सर्जिकल स्ट्राइक और एयरस्ट्राइक के नाम पर इन्हें एलर्जी होती है.
आपको बता दें कि बिहार की 40 लोकसभा सीटों पर इस बार सातों चरणों में मतदान हो रहा है. बिहार में बीजेपी-लोजपा-जेडीयू एक साथ कांग्रेस-राजद समेत अन्य महागठबंधन के खिलाफ मैदान में हैं.