लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार के दौरान अनुचित टिप्पणी करने वाले नेताओं पर चुनाव आयोग का एक्शन लेना अभी भी जारी है. अब चुनाव आयोग ने केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा को नोटिस जारी किया है. इलेक्शन कमीशन ने उन्हें कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को कथित रूप से ‘पप्पू’ कहने और उनकी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा को ‘पप्पू की पप्पी’ कहने पर कारण बताओ नोटिस भेजा है.
चुनाव आयोग ने बीजेपी सांसद महेश शर्मा को जवाब देने के लिए 24 घंटे का समय दिया है और उन्हें याद दिलाया है कि आदर्श आचार संहिता के प्रावधान राजनेताओं को अपने प्रतिद्वंद्वियों की निजी जिदंगी पर टिप्पणी करने से रोकते हैं. बता दें कि महेश शर्मा ने सिकंदराबाद में 19 मार्च को कथित रूप से कहा था, ‘अब पप्पू कहता है कि उसे प्रधानमंत्री बनना है. अब मायावती, अखिलेश यादव और पप्पू की पप्पी भी आ गई हैं.’ इस बयान को लेकर कांग्रेस ने महेश शर्मा की आयोग से शिकायत की थी.
इससे पहले भी चुुनाव आयोग प्रचार के दौरान अनुचित टिप्पणी के लिए नेताओं पर सख्त एक्शन ले चुका है. उनके चुनाव प्रचार पर नियमित समय के लिए बैन लगा चुका है. जिन नेताओं पर आयोग ने अब तक एक्शन लिया है, उनमें मध्य प्रदेश की भोपाल संसदीय सीट से बीजेपी उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर पर 72 घंटे, यूपी के रामपुर से एसपी-बीएसपी और आरएलडी गठबंधन उम्मीदवार अजाम खान पर 48 घंटे, बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती पर 48 घंटे, बीजेपी नेता मेनिका गांधी पर 48 घंटे और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ पर 72 घंटे के लिए चुनाव प्रचार पर बैन लगा चुका है.