भारतीय जनता पार्टी के जोरशोर से शुरू हुए चुनावी कैंपेन 'मैं भी चौकीदार' अब चुनाव आयोग के निशाने पर आ गया है. इसको लेकर चुनाव आयोग ने भारतीय जनता पार्टी को नोटिस जारी किया है. चुनाव आयोग ने बीजेपी के नीरज कुमार को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए तीन दिन में जवाब मांगा है. नीरज कुमार ने ही सोशल मीडिया पर इस वीडियो को प्रमोट किया था.
चुनाव आयोग ने नीरज कुमार को यह नोटिस 'मैं भी चौकीदार' कैंपेन का वीडियो बिना इजाजत के सोशल मीडिया पर शेयर करने पर भेजा है. चुनाव आयोग के मुताबिक 16 मार्च को इस मामले में उसकी मीडिया सर्टिफिकेशन एंड मॉनिटिरिंग कमेटी ने नीरज कुमार को नोटिस जारी किया.
इस नोटिस में कहा गया कि 'मैं भी चौकीदार' कैंपेन में इस्तेमाल वीडियो में आर्मी के जवान मौजूद हैं, जो चुनाव आयोग के दिशानिर्देश के खिलाफ हैं और चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन करता है. आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान से ठीक पहले चुनाव आयोग ने सभी राजनीतिक पार्टियों को आदेश दिया था कि वो चुनाव प्रचार के लिए सेना के जवान या साज-समान की तस्वीरों या वीडियो का इस्तेमाल किसी भी रूप में न करें.
भारतीय वायुसेना के पायलट अभिनंदन वर्द्धमान की तस्वीर चुनावी पोस्टरों में लगने की शिकायत मिलने के बाद चुनाव आयोग ने सैन्यकर्मियों की तस्वीरों के चुनावी अभियान में इस्तेमाल पर पूरी तरह से रोक लगाई थी.
दरअसल, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी राफेल डील को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लगातार निशाना बना रहे थे और उनको 'चौकीदार चोर है' कह रहे थे. इसके बाद पीएम मोदी ने राहुल गांधी के इस नारे से निपटने के लिए मैं भी चौकीदार कैंपेन चलाया और खुद अपने नाम के आगे चौकीदार लगा लिया.
इसके बाद पीएम मोदी का 'मैं भी चौकीदार' का खूब बुलंद हुआ. राहुल गांधी ने जिस अस्त्र से पीएम मोदी को निशाना बनाने की कोशिश की, बीजेपी ने उसको ही अपना ब्रह्मास्त्र बना लिया.