बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती और मुलायम सिंह के 24 साल बाद एक मंच पर आने को लेकर सियासत तेज हो गई है. इसको लेकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने तीखा हमला बोला है. बीजेपी प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने मायावती और मुलायम सिंह यादव की साजा रैली पर निशाना साधते हुए कहा कि मायावती अपने पुराने अनुभव को भूल गई हैं. जो अपमान उनका हुआ था, उसको बुलाकर उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डर से मुलायम सिंह से हाथ मिला लिया है.
बीजेपी प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने कहा कि अब तक दो चरणों के लोकसभा चुनाव हो चुके हैं, जिसमें साफ तौर से दिखाई दे रहा है कि पीएम मोदी की आंधी बह रही है. विपक्ष को इस बात का आभास हो चुका है. उत्तर प्रदेश में भी समाजवादी पार्टी और बहुजन समाजवादी पार्टी ने इसी डर से गिले-शिकवे भुला दिया है. मायावती ने अपनी हत्या की साजिश की बात भी भुला दी है.
बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि पीएम मोदी और उनकी आंधी को रोकने के लिए मायावती और मुलायम सिंह एकजुट हो गए हैं. हालांकि हकीकत यह है कि पीएम मोदी को रोकने का दम न समाजवादी पार्टी में है और न ही बहुजन समाजवादी पार्टी में है. यही वजह है कि दोनों दल एकजुट हो गए हैं.
शाहनवाज हुसैन का कहना है कि मायावती हमेशा सम्मान की बात करती हैं, लेकिन उन्होंने अपना अपमान भुलाकर समाजवादी पार्टी का साथ लिया है. दोनों ही दलों में भ्रष्टाचार और परिवारवाद साफ देखा जा सकता है. दोनों पार्टियां मोदी की आंधी से बचने के लिए इकट्ठा हुए हैं, लेकिन दोनों कुछ कर नहीं पाएंगे. देश की जनता का गठबंधन पीएम मोदी के साथ है. सपा और बसपा को उत्तर प्रदेश में हुए दोनों चरणों के चुनाव में निराशा हाथ लगी है.
इस दौरान शाहनवाज हुसैन ने कांग्रेस नेता शत्रुघ्न सिन्हा पर भी हमला बोला. उन्होंने कहा कि शत्रुघ्न सिन्हा पटना से कांग्रेस के उम्मीदवार हैं, लेकिन लखनऊ में समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार के प्रचार में लगे हुए हैं. शत्रुघ्न सिन्हा कहते हैं कि समाजवादी पार्टी और बहुजन समाजवादी पार्टी के नेता प्रधानमंत्री बनने लायक हैं. यह कैसी सांठगांठ है. यह उनको बताना चाहिए.
बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि लखनऊ के कांग्रेस प्रत्याशी प्रमोद कृष्णम् शत्रुघ्न सिन्हा का इंतजार करते रहे कि वो उनके लिए चुनाव प्रचार करने आएंगे, लेकिन वो सपा के लिए प्रचार करने पहुंच गए. इसके अलावा प्रियंका चतुर्वेदी के कांग्रेस प्रवक्ता पद से इस्तीफे पर शाहनवाज हुसैन ने कहा कि कांग्रेस डूबता हुआ जहाज है, इसलिए हर कोई साथ छोड़ना चाहता है. प्रियंका चतुर्वेदी ने भी उनका साथ इसीलिए छोड़ा है.
हेमंत करकरे पर दिए साध्वी प्रज्ञा के बयान पर शहनवाज हुसैन का कहना है कि जिन्होंने भी देश के लिए शहादत दी है और वीरगति को प्राप्त हुए हैं, उस पर कोई सवाल नहीं उठाता है. हार्दिक पटेल पर मारे गए थप्पड़ पर शहनवाज हुसैन ने कहा कि बीजेपी राजनीति में इस तरह थप्पड़ मारने की प्रवृत्ति में विश्वास नहीं करती है.