महागठबंधन में जगह नहीं मिलने से नाराज जन अधिकार पार्टी के अध्यक्ष पप्पू यादव ने मधेपुरा और पूर्णिया से चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है. मघेपुरा में उनका मुकाबला महागठबंधन के उम्मीदवार शरद यादव और पूर्णिया में कांग्रेस के उम्मीदवार पप्पू सिंह से होना तय माना जा रहा है. उन्होंने कहा कि वह 26 मार्च को मधेपुरा से और 28 मार्च को पूर्णिया से अपना नामांकन दाखिल करेंगे.
पप्पू यादव 2014 में मधेपुरा से आरजेडी की टिकट पर चुनाव लड़े और जीते. उन्होंने जेडीयू के शरद यादव को हराया था, लेकिन इस बार शरद यादव आरजेडी के निशान पर चुनाव लड़ रहें हैं और आरजेडी से निष्कासित पप्पू यादव अपनी जन अधिकार पार्टी के बैनर पर चुनाव लड़ेंगे. पप्पू यादव के दो जगहों से चुनाव लड़ने से यह तय है कि महागठबंधन के वोटों में बिखराव होगा. पप्पू यादव काफी समय से महागठबंधन से अपने सीट मांगते रहें है लेकिन उन्हें सीट नहीं मिली. नाराज पप्पू यादव ने कहा कि महागबंधन के नेताओं को बीजेपी से विरोध नहीं है बल्कि पप्पू यादव से विरोध है.
पप्पू यादव ने कांग्रेस के रास्ते महागठबंधन में जाने का प्रयास भी किया. उन्होंने कांग्रेस में आस्था भी जताई. इस संबंध में वो कई बार कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और बिहार प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल से मिलते रहे, लेकिन आरजेडी के युवा नेता और लालू यादव के बेटे तेजस्वी यादव ने पहले ही पप्पू यादव को रिजेक्ट कर दिया था. कांग्रेस का मन भी पप्पू यादव को सीट देने का था लेकिन तेजस्वी के विरोध की वजह से वो भी कन्नी काट गई. पप्पू यादव की पत्नी रंजीता रंजन सुपौल से कांग्रेस की टिकट पर ही चुनाव जीती थीं और इस बार भी सुपौल से कांग्रेस का टिकट मिलना तय माना जा रहा है.