पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव चल रहे हैं और पांचों राज्यों में कांग्रेस पार्टी ने नए और युवा चेहरे आगे किए हैं। नेताओं की बिल्कुल नई पीढ़ी इस बार सक्रिय है। पर पांचों राज्यों में कांग्रेस के पुराने और वरिष्ठ नेता ही मुख्यमंत्री पद की रेस में आ गए हैं। कांग्रेस के जानकार नेताओं का कहना है कि जहां भी कांग्रेस सरकार बनाने की स्थिति में आएगी वहां कोई न कोई पुराना नेता ही मुख्यमंत्री बनेगा। भले लोकसभा चुनाव के बाद उसे बदल कर नए नेता को कमान दे दी जाए। यानी लोकसभा चुनाव तक कांग्रेस कोई प्रयोग करने या जोखिम लेने को नहीं तैयार है।
अगर कांग्रेस पार्टी राजस्थान में जीतती है, जिसकी ज्यादा संभावना दिख रही है तो अशोक गहलोत को कमान दी जाएगी। हालांकि साथ ही यह भी कहा जा रहा है कि उनको बता दिया जाएगा कि मुख्यमंत्री की कुर्सी पांच साल के लिए नहीं है। लोकसभा चुनाव के बाद उनकी जगह सचिन पायलट को कमान दी जा सकती है। हालांकि यह इस पर निर्भर करेगा कि लोकसभा में कांग्रेस का प्रदर्शन कैसा होता है।
इसी तरह मध्य प्रदेश में पहले कमलनाथ को और फिर ज्योतिरादित्य सिंधिया को मुख्यमंत्री बनाने की चर्चा है। छत्तीसगढ़ में अचानक कांग्रेस के सबसे बुजुर्ग नेता मोतीलाल वोरा को मुख्यमंत्री बनाने की चर्चा शुरू हो गई है। कहा जा रहा है कि पहले उनको बनाया जाएगा और फिर तब टीएस सिंहदेव को कमान मिल सकती है। ऐसे ही तेलंगाना में कांग्रेस के पुराने नेता एस जयपाल रेड्डी के नाम की चर्चा शुरू हो गई है। कहा जा रहा है कि अगर कांग्रेस जीती तो पहले उनको कमान दी जाएगी और उसके बाद रेवंत रेड्डी या किसी और बनाया जाएगा।