प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर टिप्पणी करना कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू को भारी पड़ गया है. चुनाव आयोग ने पीएम मोदी पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने को लेकर सिद्धू को नोटिस दिया है.
गुजरात में एक भाजपा कार्यकर्ता की शिकायत पर निर्वाचन आयोग ने सिद्धू के भाषण के कुछ अंश देखे. इसमें कांग्रेस के स्टार प्रचारक ने अहमदाबाद में 17 अप्रैल को एक चुनावी सभा में प्रधानमंत्री को ‘चोर’ बताया था.
वहीं नोटिस के बाद भी सिद्धू के तेवर कम नहीं हुए. चंडीगढ़ में एक जनसभा को संबोधित करते हुए सिद्धू ने कहा कि वे पीएम मोदी को एक्सपोज करेंगे.
सिद्धू ने कहा कि दो करोड़ रोजगार देने की बात भी झूठ साबित हुई. राहुल गांधी ने जो कहा, वे किया. सिद्धू ने पीएम मोदी को स्वार्थी कहते हुए कहा कि उन्होंने लालकृष्ण आडवाणी को भुला दिया. सिद्धू ने कहा कि मोदी के लिए 2014 से पहले भारत था ही नहीं. उनके पीएम बनने के बाद से हालात बदतर हुए हैं. सिद्धू ने कहा कि ना राम मिला ना रोजगार मिला, हर गली में एक मोबाइल चलाता बेरोजगार मिला.
इधर चुनाव आयोग ने सिद्धू को आदर्श आचार संहिता के प्रावधान की याद दिलाई जो उम्मीदवारों और नेताओं को विरोधियों के खिलाफ चुनाव के दौरान व्यक्तिगत टिप्पणी करने से रोकता है.
सिद्धू को मंगलवार को जारी किये गए नोटिस में जवाब देने के लिये दो मई की शाम तक का वक्त दिया गया है. निर्वाचन आयोग ने पिछले महीने सिद्धू को चुनाव अभियान से 72 घंटे तक दूर रहने का आदेश दिया था. उन पर विवादित टिप्पणी कर आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने का आरोप था. बिहार के कटिहार में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए सिद्धू ने मुसलमानों को मोदी को हराने के लिये एकमुश्त वोट करने का अनुरोध किया था.