जैश ए मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित करने की टाइमिंग से क्या भाजपा को फायदा होने जा रहा है? मसूद पर बड़ा फैसला ऐसे वक्त पर आया है जब देश में चार चरणों का मतदान निपट चुका है। तीन चरणों का मतदान बाकी है और चुनाव प्रचार चरम पर है। भाजपा की तरफ से राष्ट्रवाद का मुद्दा हर रैली में उठाया जा रहा है, वहीं विपक्ष इसी मुद्दे पर भाजपा को चुनौती दे रहा है। क्या मसूद पर प्रतिबंध का यूएन का फैसला भाजपा के राष्ट्रवाद के मुद्दे को मजबूती देगा, ये बड़ा सवाल है।
बुधवार शाम मसूद अजहर पर यूएन के प्रतिबंध की खबर आई। यूएन ने मसूद को अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित कर पाकिस्तान और चीन को करारा झटका दिया। भाजपा की तरफ से इसे चुनाव मुद्दा बनाने में देरी भी नहीं हुई। पीएम मोदी ने बुधवार रात जयपुर रैली में इस वाकये का जिक्र भी कर दिया। मोदी ने रैली में कहा कि ये तो अभी शुरूआत है, आगे बहुत कुछ होगा। उन्होंने कहा-
यूएन ने आतंकी मसूद अजहर पर प्रतिबंध लगा दिया है। ये देश की बहुत बड़ी जीत है। आज भारत दुनिया में दहाड़ रहा है। ये नया भारत है। अभी तो शुरुआत है, आगे देखिए क्या होता है। नया भारत सशक्त भारत है, ये साबित हो गया है।हमने पाकिस्तान में घुसकर मारा है। देर आए दुरुस्त आए। नामदारों ने मसूद अजहर को लेकर मोदी का मजाक उड़ाया था।
पीएम के बयान से साफ हो गया कि बाकी के तीन चरण में मसूद अजहर का नाम जरूर सुनाई पड़ेगा। प्रचार के दौरान अब तक सेना के पराक्रम, पाकिस्तान और बालाकोट स्ट्राइक का मुद्दा हम सुन चुके हैं। इसे लेकर सियासी लड़ाई भी खूब हुई। कांग्रेस ने चुनाव आयोग से बालाकोट स्ट्राइक और सेना के पराक्रम के जिक्र करने पर पीएम मोदी की शिकायत की, लेकिन इसे खारिज कर दिया गया।
पीएम मोदी के अलावा भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और वरिष्ठ नेता अरुण जेटली, राजनाथ सिंह ने भी इसे लेकर सरकार और पार्टी का स्टैंड साफ कर दिया। अमित शाह ने ट्वीट किया- 'यही वजह है कि भारत को मजबूत और निर्णायक नेता की जरूरत है। पीएम नरेंद्र मोदी और उनके कूटनीतिक प्रयासों के प्रति आभारी हूं'
वहीं, अरुण जेटली ने कहा- 'मसूद अजहर अब वैश्विक आतंकी है। भारत सुरक्षित हाथों में है।' गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट किया, 'इस कूटनीतिक सफलता का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके द्वारा आतंकवाद के खिलाफ उठाए गए कारगर कदमों को जाता है।'
देश में चार चरण का मतदान पूरा हो चुका है। बाकी के तीन चरणों में 169 सीटें दांव पर हैं। 2014 में भाजपा ने इन सीटों पर शानदार प्रदर्शन किया था और उसकी सरकार बन पाई थी। इन सीटों पर मतदान 6, 12 और 19 मई को होना है। इन चरणों में पीएम मोदी की सीट वाराणसी की सीट पर भी मतदान होना है। इसके अलावा राजनाथ सिंह, रविशंकर प्रसाद सहित कई मंत्रियों की सीट पर भी दांव लगा है। बाकी तीन चरणों में भाजपा का बहुत कुछ दांव पर लगा है।
राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि भाजपा को इस चुनाव में बालाकोट स्ट्राइक का फायदा जरूर मिलेगा। अमूमन मोदी और शाह के हर भाषण में राष्ट्रवाद और पाकिस्तान का जिक्र जरूर है। अब मसूद अहजर का मुद्दा भी इसमें जुड़ने जा रहा है। जाहिर है चुनाव के बाकी तीन चरणों में उसे इसका फायदा मिल सकता है।