बिहार की पटना साहिब सीट से कांग्रेस प्रत्याशी शत्रुघ्न सिन्हा का पार्टी में ही विरोध शुरू हो गया है. शत्रुघ्न सिन्हा को आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव का 'दलाल' बताते हुए कुछ कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने सोमवार को पार्टी मुख्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया. कार्यकर्ताओं ने पटना साहिब लोकसभा क्षेत्र से उनकी (शत्रुघ्न) उम्मीदवारी रद्द करने की मांग की.
कांग्रेस प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि सिन्हा को आरजेडी के इशारे पर कांग्रेस उम्मीदवार बनाया गया और बिहार कांग्रेस अध्यक्ष मदन मोहन झा, पार्टी नेता शक्ति सिंह गोहिल और कांग्रेस के चुनाव अभियान समिति के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह द्वारा इस सीट को 'बेच' दिया गया.
विरोध कर रहे कार्यकर्ताओं का आरोप है कि शत्रुघ्न ने लखनऊ में कांग्रेस प्रत्याशी प्रमोद कृष्णम के खिलाफ प्रचार किया है. कोई स्टार प्रचारक ही अपने प्रत्याशी के खिलाफ कैसे प्रचार कर सकता है. यह पार्टी की आचार संहिता का उल्लंघन है. कार्यकर्ताओं ने शत्रुघ्न के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है.
हालांकि, कांग्रेस प्रवक्ता एचके वर्मा ने आशंका जताई कि कार्यकर्ताओं को विपक्षी दलों द्वारा उनकी पार्टी मुख्यालय सदाकत आश्रम में भेजा गया था. कांग्रेस का कोई कार्यकर्ता अपने प्रत्याशी का विरोध नहीं कर रहा है.
इससे पहले, रविवार को शत्रुघ्न सिन्हा को कांग्रेस के प्रदेश मुख्यालय में उस समय घेर लिया गया था, जब एक बैठक को संबोधित करने के दौरान उन्होंने कहा था कि जब मैं किसी के साथ दोस्ती करता हूं तो मैं अपनी वफादारी नहीं बदलता.
बता दें, शत्रुघ्न सिन्हा पटना साहिब लोकसभा सीट से मौजूदा सांसद हैं और 2014 में वह बीजेपी के टिकट पर लगातार दूसरी बार जीते थे. इस बार वह कांग्रेस के टिकट पर मैदान में हैं. वहीं, उनकी पत्नी पूनम सिन्हा उत्तर प्रदेश के लखनऊ सीट पर कांग्रेस के खिलाफ समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी हैं.