केंद्रीय चुनाव आयोग ने 10 मार्च को शाम पांच बजे के बाद जब लोकसभा चुनाव 2019 के लिए तारीखों का ऐलान किया तो उससे ठीक पहले सुबह के वक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गाजियाबाद में सीआईएसएफ के 50वें स्थापना दिवस में शिरकत की. यहां उन्होंने भाषण भी दिया, और उसके बाद से अब तक उन्होंने कोई जनसभा या चुनावी रैली नहीं की है. अब 18 दिन बाद वह अपने चु्नाव प्रचार का आगाज करने जा रहे हैं और इसके लिए उन्होंने पश्चिम यूपी के मेरठ शहर को चुना है.
यह वही शहर है, जिसे पीएम मोदी ने 2014 के लोकसभा चुनाव में भी प्रचार के लिए चुना था. अब एक बार फिर वो यहां से गन्ना बेल्ट की जनता को संबोधित करने जा रहे हैं. पीएम मोदी की यह रैली रुड़की रोड पर शिवाय टोल प्लाजा के नजदीक हो रही है, जहां वह 28 मार्च की सुबह 11 बजे पहुंचेंगे. मेरठ भी उन लोकसभा क्षेत्रों में शामिल है, जहां पहले चरण के तहत मतदान होना है.
इस चरण के तहत पश्चिम यूपी की 8 सीटों पर मतदान होना है. इनमें मेरठ, बागपत, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, सहारनपुर, गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद और कैराना शामिल हैं.
पहले चरण के तहत 11 अप्रैल को इन सीटों पर होने वाले मतदान में बीजेपी के कई वरिष्ठ नेताओं व मोदी सरकार में मंत्रियों की प्रतिष्ठा दांव पर है. इनमें केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह, सत्यपाल सिंह, महेश शर्मा, पूर्व केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान शामिल हैं. इनके अलावा दूसरे दलों के भी कई दिग्गज इस चरण में दम भर रहे हैं, जिसमें राष्ट्रीय लोकदल के चौधरी अजित सिंह, उनके बेटे जयंत चौधरी, इमरान मसूद और हाजी याकूब कुरैशी जैसे बड़े नाम शामिल हैं. सपा-बसपा-आरएलडी गठबंधन के इन नेताओं को चुनौती देने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी उत्तराखंड में भी रैली करेंगे, जहां की सभी 5 लोकसभा सीटों पर पहले चरण के तहत 11 अप्रैल को मतदान होना है.