जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के तेजतर्रार नेता और प्रवक्ता अजय आलोक ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. अजय आलोक ने इस बात की जानकारी ट्विटर के जरिए दी. अजय आलोक ने ट्विटर पर लिखा कि उनकी विचारधारा पार्टी की विचारधारा से मेल नहीं खा रही है, जिसकी वजह से उन्होंने पार्टी के प्रवक्ता पद से इस्तीफा देने का फैसला किया है.
अजय आलोक ने मुख्यमंत्री और जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार को धन्यवाद देते हुए कहा कि वो उनके लिए शर्मिंदगी का कारण नहीं बनना चाहते थे, इसीलिए उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दिया है. आलोक का यह इस्तीफा गृहमंत्री और भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह पर हमला करने के बाद आया है. माना जा रहा है कि अमित शाह पर निशाना साधने के चलते ही अजय आलोक को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा है.
दरअसल, बुधवार को अजय आलोक ने पश्चिम बंगाल के अंदर सीमा पर बीएसएफ की मदद से बांग्लादेशी घुसपैठियों की धड़ल्ले से एंट्री को लेकर सवाल खड़े किए थे. अजय आलोक ने आरोप लगाया था कि सीमा पर बीएसएफ के अधिकारी 5000 रुपये लेकर बांग्लादेशी घुसपैठियों को अवैध तरीके से भारत में प्रवेश करवाते हैं.
अजय आलोक ने भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि अमित शाह को बर्मा और बांग्लादेश बॉर्डर पर तैनात ऐसे बीएसएफ अधिकारी जो सात-आठ वर्षों से वहीं पर जमे हुए हैं, उनकी संपत्ति की जांच करानी चाहिए. अजय आलोक ने कहा था कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को केवल कोसने से काम नहीं चलेगा. अजय आलोक ने अमित शाह के कामकाज करने के तरीके पर भी सवाल खड़े किए थे. माना जा रहा है कि अजय आलोक के इस रुख के बाद से भारतीय जनता पार्टी और जेडीयू के बीच खटास पैदा हो गई थी. इसी घटनाक्रम को लेकर गुरुवार रात अजय आलोक ने प्रवक्ता पद से इस्तीफा दे दिया. हालांकि अजय आलोक ने यह स्पष्ट नहीं किया है कि वो भविष्य में जेडीयू में बने रहेंगे या नहीं. इस बात के भी कयास लगाए जा रहे हैं कि आने वाले दिनों में वो पार्टी भी छोड़ सकते हैं.