प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ वाराणसी से चुनाव लड़ने की तैयारी करने वाले बीएसएफ से बर्खास्त जवान तेजबहादुर यादव के एक वीडियो पर बवाल हो गया है. वीडियो में तेज बहादुर पैसे लेकर पीएम नरेंद्र मोदी को मारने की बात कर रहे हैं जिसपर भारतीय जनता पार्टी हमलावर है. मंगलवार को बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि जो व्यक्ति पीएम को मारने की साजिश रच रहा है, उसे विपक्ष अपना उम्मीदवार बना रहा है.
संबित पात्रा ने आरोप लगाया कि अखिलेश यादव, राहुल गांधी, अरविंद केजरीवाल समेत विपक्ष के कई नेता तेज बहादुर की तारीफ कर रहे थे, लेकिन क्या इस वीडियो के बाद वह माफी मांगेंगे.
संबित पात्रा ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में तेजबहादुर के वीडियो को भी सुनवाया. और उन्होंने यहां तक कहा कि इसके पूरे वीडियो में हिज्बुल मुजाहिद्दीन, लिट्टे समेत कई आतंकी संगठनों के नाम का इस्तेमाल भी किया गया है.
बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि ये मामला प्रधानमंत्री की सुरक्षा से जुड़ा हुआ है, अगर किसी और को लेकर ये बात सामने आती तो अभी तक भूकंप आ गया होता. उन्होंने कहा कि केजरीवाल के प्रायोजित थप्पड़ की गूंज महीनों तक सुनाई देती है लेकिन पीएम के खिलाफ साजिश की विपक्ष बात भी नहीं कर रहा है.
गौरतलब है कि सोमवार को इस वीडियो के सामने आने के बाद से ही भारतीय जनता पार्टी हमलावर है. बीजेपी ने इस दौरान पीएम मोदी को मारने की साजिश वाली एक चिट्ठी को लेकर भी विपक्ष पर निशाना साधा.
दरअसल, सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है. जिसमें तेजबहादुर यादव कह रहे हैं कि अगर कोई उन्हें 50 करोड़ रुपये दे तो वह पीएम मोदी को मार देंगे. हालांकि, वीडियो वायरल होने के बाद तेजबहादुर ने अपनी सफाई में कहा है कि कुछ लोग पुराने वीडियो को एडिट कर वायरल कर रहे हैं, ताकि उन्हें बदनाम किया जा सके.
2017 में अनुशासनहीनता के आरोप में बीएसएफ ने तेजबहादुर को बर्खास्त कर दिया था. इस साल उन्होंने वाराणसी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया था, बाद में उन्हें समाजवादी पार्टी ने अपनी पार्टी का उम्मीदवार बनाया था. इसके बाद दस्तावेजों में कमी के चलते यादव का नामांकन रद्द कर दिया गया था.