उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज 72 घंटे बाद अपनी चुप्पी तोड़ेंगे. चुनाव आयोग ने बयानबाजी के चलते उन पर तीन दिन का बैन लगाया था, जो आज सुबह 6 बजे खत्म हो गया. यूपी के सीएम आज लखनऊ के हनुमान मंदिर में पूजा अर्चना करने के बाद दिन की शुरुआत करेंगे और फिर चुनावी प्रचार में जुट जाएंगे.
भारतीय जनता पार्टी के स्टार प्रचारक योगी आदित्यनाथ की आज चार रैलियां हैं. वह संभल, फिरोजाबाद, इटावा और हरदोई में जनसभाएं करेंगे. इन जगहों पर तीसरे चरण में मतदान होना है. चुनाव आयोग के बैन के दौरान वह किसी राजनीतिक कार्यक्रम में हिस्सा नहीं ले सकते थे, ना ही कोई राजनीतिक ट्वीट कर सकते थे.
बीते तीन दिन योगी आदित्यनाथ मौन तो रहे, लेकिन वह लोगों के सामने थे. 15 अप्रैल को बैन लगने के तुरंत बाद 16 अप्रैल को उन्होंने लखनऊ के हनुमान मंदिर में हनुमान आरती पढ़ी. इसके बाद वह अयोध्या गए और हनुमान गढ़ी में दर्शन किए.
इतना ही नहीं योगी ने अयोध्या में एक दलित के घर खाना भी खाया, उनके परिवार से बात की. जो चर्चा का विषय बना रहा. अयोध्या के बाद योगी सीधे वाराणसी में जाकर रुके, जहां उन्होंने संकटमोचन मंदिर में माथा टेका और पूजा-अर्चना की. मंदिर में पूजा के बाद योगी ने दिव्यांग बच्चों से मुलाकात भी की.
चुनाव आयोग के बैन के बावजूद योगी आदित्यनाथ के लगातार दौरों पर थे. जिसका बसपा प्रमुख मायावती ने भी विरोध जताया था. मायावती ने गुरुवार सुबह ट्वीट कर कहा था कि UP सीएम योगी आदित्यनाथ बैन के बाद मंदिर-मंदिर घूम रहे हैं और चुनावी लाभ ले रहे हैं. उन पर आयोग इतना मेहरबान क्यों है?
दरअसल, यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपने एक ट्वीट में केरल की मुस्लिम लीग पार्टी को वायरस बताया था और उनके हरे झंडे पर टिप्पणी की थी. इसके अलावा उन्होंने भारतीय सेना को ‘मोदी जी की सेना’ कहकर संबोधित किया था, जिसके बाद एक्शन लेते हुए चुनाव प्रचार ने उनके प्रचार करने पर रोक लगाई थी.