लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने गुरुवार को अपनी तालक की आर्जी वापस लेने से इनकार कर दिया है। इससे पहले खबरें आ रही थीं कि वह अर्जी वापस ले लेंगे। तेज प्रताप ने 3 नवंबर को पटना के परिवार न्यायालय में पत्नी ऐश्वर्या से तलाक के लिए अर्जी दाखिल की थी। मामले की अगली सुनवाई 8 जनवरी, 2019 को तय की गई है। मामले की सुनवाई करते हुए प्रधान न्यायाधीश उमाशंकर द्विवेदी ने कोर्ट में ऐश्वर्या को अपना पक्ष रखने के लिए नोटिस भी जारी किया है। कोर्ट ने कहा है कि ऐश्वर्या को भी कोर्ट में आकर अपना पक्ष रखना होगा।
इससे पहले तेज प्रताप के वकील अमित खेमका ने कोर्ट कैंपस में कहा था कि दोनों बच्चे हैं ऐसे में मेरी पूरी कोशिश होगी किसी का घर ना टूटे। खेमका ने कहा था, ये बहुत निजी मामला है और दो जिंदगियों का सवाल है ऐसे में जो सबसे अच्छा होगा हम करेंगे। खेमका ने कहा कि हमारी यही कोशिश होगी की उन दोनों के हित में ही कोई फैसला हो। बता दें तेज प्रताप और ऐश्वर्या राय की शादी को अभी 6 महीने ही हुए हैं और तेज प्रताप अपनी शादी के लिए परिवार और पार्टी के लोगों को जिम्मेदार बताते आ रहे हैं। उनका कहना है कि परिवार और पार्टी के लोगों ने अपने राजनीतिक लाभ के लिए उन्हें फंसाया है। बीते 23 नवंबर को अपने ट्वीट के जरिए तेज प्रताप ने दर्द बयां किया था। उन्होंने ट्वीट में लिखा था, “… टूटे से फिर ना जुटे, जुटे गांठ परि जाय।” इससे साफ है कि वह शादी के रिश्ते को निभाना नहीं चाहते थे।