बरसात के मौसम में जहां खेती किसानी करने किसान अपने खेत-खलियानों को जहां जोतने-बोने में लगे हैं. ऐसी व्यस्तता के बीच जिले के वरिष्ठतम प्रशासनिक अधिकारी को खेत में देख किसान के साथ अधिकारी भी आश्चर्य में पड़ गए. कलेक्टर ने केवल खेत में उतरे बल्कि किसान के हाथ से हल लेकर खुद खेत को जोतने में लग गए.
यहां बात हो रही है बेमेतरा जिले की, जहां सिंघौरी से खिलोरा ग्राम के बीच किसान दशरथ साहू को खेत में बुआई-जुताई करते देख कलेक्टर महादेव कावरे अपने आप को नहीं रोक पाए. किसान परिवार से संबंध रखने वाले कलेक्टर कावरे खेत में उतरकर किसान के हाथ से हल लेकर जुताई की. यही नहीं मुट्ठी में सोयाबीन से भरी टोकरी लेकर बुआई तक करने लगे.
कलेक्टर कावरे ने केवल दिखावे के लिए ही हल नहीं चलाया बल्कि वाकई एक किसान की तरह खेतों में गहरे से जुताई की. इसे देखकर किसान दशरथ भी हतप्रभ रह गए. किसान ने बताया कि कलेक्टर साहब ने जो जुदाई की है, वह अच्छी गहराई वाली है. इससे सोयाबीन का पौधा घना होगा तथा उत्पादन भी अच्छा होगा.
कलेक्टर महादेव कावरे ने मजाकिया लहजे में किसान से कहा कि मोर मेहनत के फल मोला मिल ही की नहीं. किसान ने विनम्रता के साथ कलेक्टर को धन्यवाद देते हुए कहा कि मेरे लिए इतना ही काफी है कि एक किसान के खेत में जूता-मोजा उतारकर जिलाधीश किसानी करने उतरे हैं. इसके बाद कलेक्टर ने किसान से कृषि के समय आने वाली समस्याओं की जानकारी ली और अपनी तकलीफ को बताने के लिए भी कहा.