मोटापे से पीड़ित अधिकतर लोग वजन कम करने की जद्दोजहद में लगे रहते हैं. इनमें से कई लोग कम समय में ज्यादा वजन कम करने के लिए स्ट्रिक्ट डाइट फॉलो करते हैं, तो कुछ लोग दवाइयों का सहारा लेते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि कम समय में ज्यादा वजन कम करना सेहत पर बुरा असर डाल सकता है. आइए जानते हैं कैसे-
1. शरीर में न्यूट्रिशन की कमी- वजन कम करने के लिए कैलोरी फ्री डाइट लेने से शरीर में न्यूट्रिशन की कमी हो जाती है. मिसाल के तौर पर कीटो डाइट में कार्बोहाइड्रेट नहीं होता है, जो शरीर में एनर्जी बनाए रखने के लिए जरूरी होता है. यही कारण है कि जिन लोगों की डाइट में कार्बोहाइड्रेट की कमी होती है, उन लोगों को जल्दी थकान महसूस होने लगती है. साथ ही ऐसे लोगों का मूड भी तेजी से स्विंग होता है. कई लोगों में खून की कमी भी हो जाती है.
2. मेटाबॉलिज्म पर बुरा असर- मोटापे से जूझ रहे लोग अक्सर यह भूल जाते हैं कि कम समय में ज्यादा वजन कम करने से मेटाबॉलिज्म पर बुरा असर पड़ता है. डाइट में कैलोरी की कमी होने से मेटाबॉलिज्म के काम करने की क्षमता धीमी हो जाती है. बता दें, मेटाबॉलिज्म के सही ढंग से काम ना करने की वजह से वजन कम होने के बजाए बढ़ने लगता है.
3. मांसपेशियां हो जाती हैं कमजोर- कई बार वजन कम करने वाली डाइट से फैट के बजाए मांसपेशियां कमजोर पड़ने लगती है. लंबे समय तक ऐसी डाइट फॉलो करने से शरीर के साथ मांसपेशियों पर भी बुरा असर पड़ता है.
4. डिहाइड्रेशन- कई वेट लॉस डाइट से शरीर में डिहाइड्रेशन हो जाता है. शरीर में पानी की कमी होने से कब्ज, सिर दर्द, मांसपेशियों में खिंचाव और एनर्जी की कमी होने लगती है. साथ ही स्किन भी अधिक ड्राई हो जाती है.
5. दिमाग पर बुरा असर- वेट लॉस डाइट से शरीर के साथ मानसिक सेहत भी प्रभावित होती है. डाइट के बिगड़ने और शरीर में न्यूट्रिशन की कमी होने से कई प्रकार की मानसिक समस्याएं होने लगती हैं.