उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले से स्कूल में सेक्स रैकेट संचालित होने का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि स्कूल की शिक्षिका लोगों से पैसे लेकर स्कूल बस में सैक्स रैकेट का गोरख धंधा करती है। शिक्षिका ने इस काम के लिणए स्कूल की कई छात्राओं को अपना शिकार बनाया है। शिक्षिका के इस कारनामे का खुलासा एक पीड़िता ने किया है। फिलहाल पीड़िता की शिकायत के आधार पर पुलिस ने आरोपी शिक्षिका सहित एक सहयोगी को रिगफ्तार कर लिया है।
पीड़िता ने पुलिस को बताया कि शिक्षिका, उसके दो चचेरे भाई इस घिनौने कारोबार में बराबर के सहयोगी हैं। पीड़िता ने बताया कि इन आरोपियों के काले कारनामों की शिकार वह एक अकेली नहीं है। आरोपियों ने स्कूल की कई और छात्राओं का अपने भाइयों के साथ मिलकर रेप करवाया है। शिक्षिका ने कम से कम 4—5 छात्राओं के साथ ऐसा किया है। वहीं, पीड़िता के पिता का आरोप है कि शिक्षिका ने 10-12 किशोर लड़कों को स्कूल कैंपस में घुसने की अनुमति दे रखी थी। साथ ही यह भी कहा है कि शिक्षिका के भाई गन प्वॉइंट पर छात्राओं से अपनी हवस पूरी करते थे।
पुलिस ने बताया कि शिकायत के आधार पर बीते दिनों स्कूल का निरीक्षण किया था। अगर रेप का शिकार हुई हैं तो छात्राओं को शिकायत के लिए सामने आना चाहिए। वहीं, पीड़िता के पिता का कहना है कि हो सकता है मेरी बेटी को न्याय मिलने से अन्य छात्राओं को हिम्मत मिले और इसके बाद वे शिकायत के लिए सामने आएं।
गौरतलब है कि बीते दिनों उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरपुर में ही एक और दिल दहला देने वाले मामले का खुलासा हुआ था। जहां एक एनजीओ द्वारा संचालित आश्रय गृह में कई लड़कियों से कथित रूप से दुष्कर्म और यौन उत्पीड़न किया गया था और टाटा सामाजिक विज्ञान संस्थान की रिपोर्ट के बाद यह मुद्दा उछला था। इस मामले की जांच सीबीआई को स्थानांतरित की गई थी और एजेंसी ने ब्रजेश ठाकुर सहित 21 लोगों के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया था।
सीबीआई ने कहा कि जांच के दौरान, जांच अधिकारियों और राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य एवं न्यूरो विज्ञान संस्थान द्वारा दर्ज पीड़ितों के बयान में 11 लड़कियों के नाम सामने आए हैं जिनकी आरोपी ब्रजेश और उसके सहयोगियों ने कथित रूप से हत्या कर दी थी।