जेट एयरवेज की ओर से अपने सभी ऑपरेशन्स अस्थायी तौर पर रोके जाने के बाद दिल्ली और मुंबई में खाली पड़े 440 स्लॉट पारदर्शी तरीके से अन्य एयरलाइन कंपनियों को आवंटित किए जाएंगे। यह जानकारी एक वरिष्ठ अधिकारी ने दी है।
नागर विमानन सचिव प्रदीप सिंह खरोला ने यह भी कहा कि उन्हें जेट एयरवेज की ओर से यात्रियों द्वारा बुक किए गए टिकटों के बारे में मंत्रालय को अगले सप्ताह तक जानकारी मिलने की उम्मीद है और यह भी कि कंपनी कैसे उन्हें वापस करेगी। जेट एयरवेज के विमानों के खड़े होने से डोमेस्टिक सेक्टर की क्षमता में कमी आई है, जिसके कारण कई सेक्टर में विमान किराये में तेजी आई है। मंत्रालय ने विमानन कंपनियों से यह भी कहा है कि वो किराए को उचित स्तर पर रखें।
मंत्रालय ने गुरुवार को एयरपोर्ट ऑपरेटर्स और विमानन कंपनियों से अलग-अलग बैठक की। इस बैठक में स्लॉट, पैसेंजर और किराए के संबंध में चर्चा हुई। खरोला ने बताया कि जेट एयरवेज ने मुंबई और दिल्ली हवाई अड्डे पर 440 स्लॉट छोड़े हैं। इन्हें अंतरिम आधार पर तर्कसंगत, निष्पक्ष और न्यायसंगत तरीके से अन्य एयरलाइन कंपनियों को आवंटित किया जाएगा। मुंबई में 280 स्लॉट खाली हुए हैं,जबकि दिल्ली हवाई अड्डे पर 160 से अधिक स्लॉट खाली हैं।