ईंधन संरक्षण और उत्सर्जन में कमी की दिशा में नए युग की शुरुआत करते हुए एअर इंडिया ने एक पहल की है. दरअसल, सोमवार को अतिरिक्त ईंधन के बिना एअर इंडिया के विमान ने उड़ान भरी. यह उड़ान सेवा दिल्ली से हैदराबाद तक के लिए थी. एअर इंडिया के इस विमान ने हैदराबाद के राजीव गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर लैंडिंग की. इस विमान में ऐसी किसी अतिरिक्त मात्रा में ईंधन नहीं था जो उड़ानों के मार्ग में किसी आकस्मिक परिवर्तन की स्थिति के लिए रखा जाता है.
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक एअर इंडिया के एक अधिकारी ने बताया, 'यह देश की पहली उड़ान थी, जो बिना अतिरिक्त ईंधन लिए उड़ी.' अधिकारी के मुताबिक, 'हम आने वाले समय में हर दिन हैदराबाद आने वाली सभी 15 उड़ानों के लिए इसे चीज को लागू करेंगे. ' एयरलाइन के मुताबिक जिस एयरपोर्ट पर हर मौसम में इस्तेमाल लायक दो हवाई पट्टियां काम कर रही हों वहां रिजर्व ईंधन के बिना भी उड़ान परिचालित की जा सकती है. राजीव गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट ऐसे एयरपोर्ट में शामिल है.
एयरलाइन नियमों के मुताबिक हर विमान को उड़ान भरने से पहले गंतव्य एवं मार्ग में परिवर्तन की स्थिति में किसी वैकल्पिक एयरपोर्ट के लिए पर्याप्त ईंधन लेकर चलना आवश्यक है. ऐसे में मार्ग में किसी तरह का परिवर्तन नहीं होने पर बहुत अधिक बेकार वजन लेकर चलना होता था. एअर इंडिया का कहना है कि नियमों में ऐसे प्रावधान भी उपलब्ध हैं, जो सुरक्षा के मुद्दे से समझौता किये बगैर अतिरिक्त ईंधन के बिना उड़ानों के परिचालन की इजाजत देते हैं. इन्हीं नियमों के तहत एयर इंडिया ने अतिरिक्त ईंधन के बगैर देश की पहली उड़ान भरी.
एअर इंडिया की उड़ान सेवाएं प्रभावित
बता दें कि बीते शनिवार को एअर इंडिया का सॉफ्टवेयर ठप होने की वजह से एयरलाइन की उड़ान सेवाएं प्रभावित हुई हैं. इस वजह से सोमवार को 29 उड़ानों में एक घंटे से अधिक की देरी हुई. एयरलाइन के एक प्रवक्ता के मुताबिक सोमवार को 352 उड़ानों ने उड़ान भरी और शनिवार को आयी तकनीकी खामी के कारण उनमें से 29 उड़ानों में देरी हुई. प्रवक्ता ने बताया कि 29 उड़ानों में 60 मिनट से अधिक की देरी हुई. इससे पहले शनिवार और रविवार को क्रमश: 149 और 137 उड़ानों में देरी हुई.