इन दिनों देश में बहुत सारी राजनीतिक घटनाएं घट रही हैं और वह मुद्दा भी बन रही हैं, क्योंकि 2019 के लोकसभा चुनाव धीरे-धीरे पास आ रहे हैं। विपक्ष मोदी सरकार को घेरने का कोई भी मौका नहीं छोड़ना चाहती। लेकिन वह तो विपक्ष है। उसका काम ही वर्तमान सरकार को घेरना और अपनी जमीन मजबूत करना है। लेकिन, जब प्रधानमंत्री का सगा भाई उनकी नीतियों से नाराज होकर उनके खिलाफ प्रचार करने का ऐलान कर दे, तो इसका मतलब यही निकाला जाएगा कि वास्तव में मुद्दा गंभीर है। कोलकाता के दमदम में फेयर प्राइस शॉप ऑनर्स फेडरेशन ने ऐलान किया कि उसके सदस्य जल्द ही ‘मोदी विरोधी अभियान’ की शुरुआत के लिए वाराणसी का दौरा करेंगे और वहां पीएम के भाई प्रह्लाद मोदी भी मौजूद रहेंगे।
प्रह्लाद मोदी गुजरात केरोसिन लाइसेंस डीलर फेयर प्राइस एसोसिएशन के अध्यक्ष और ऑल इंडिया फेयर प्राइस शॉप डीलर फेडरेशन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष हैं। प्रह्लाद मोदी ने कहा कि यूपी में केंद्र सरकार के आदेश का पालन नहीं हो रहा है। वाराणसी के पड़ाकर भवन में आयोजित प्रेसवार्ता में उन्होंने कहा कि डोर स्टेप डिलीवरी में बड़े पैमाने पर धांधली हो रही है, और यूपी में कोटेदारों का उत्पीड़न किया जा रहा है। प्रह्लाद मोदी ने 2019 के लोकसभा चुनावों में ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी को समर्थन देने का ऐलान किया। 30 अक्टूबर को पश्चिम बंगाल सरकार ने कोलकाता के दमदम स्थित रबींद्र भवन में खाद्य साथी योजना पर चर्चा के लिए मीटिंग बुलाई थी। उसी मीटिंग में फेडरेशन ने यह ऐलान किया।
बैठक में फेडरेशन ने कहा कि वे पश्चिम बंगाल में खाद्य साथी योजना की सफलता के लिए सीएम ममता बनर्जी को सम्मानित करने की योजना बना रहे हैं। भले ही प्रह्लाद मोदी ने अपने भाई नरेंद्र मोदी के खिलाफ प्रचार करने का फैसला किया हो, लेकिन राफेल मुद्दे पर उन्होंने अपने भाई का बचाव जरूर किया। उन्होंने कहा कि मैं बस इतना जानता हूं कि मेरा भाई ईमानदार है और वह भ्रष्टाचार नहीं कर सकता। उन्होंने यह भी कहा कि आरोप लगाने वालों का क्या है। आने वाले समय में जनता उन्हें जरूर जवाब देगी। राम मंदिर के विषय पर उन्होंने कहा कि मैं हिंदू हूं, और यह मेरी आस्था का विषय है। राम मंदिर बनना चाहिए।