देश की राजनीति इस वक्त अपने चरम पर है। देश का माहौल पूरी तरह से चुनावी अखाड़ा बना हुआ है। हर राजनीति पार्टी अपना ऐड़ी-चोड़ी का जोर लगाने की कोशिश कर रही है। वार-पलटवार की इस राजनीति में कांग्रेस ने प्रियंका गांधी को सक्रिय राजनीति में उतार कर नई रणनीति अपनाई है। कांग्रेस युवा जोश के साथ 2019 के लोकसभा चुनावी रण में उतारने की कोशिश कर रही है, जो कांग्रेस के भविष्य राजनीति की नई दिशा-मार्ग तय करेंगा। प्रियंका के सक्रिय राजनीति में आने से कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में जो जोश देखने को मिल रहा है। वह देश के वोटपथ को जरूर प्रभावित करेगा। कांग्रेस प्रियंका को एक लहर के तौर पर पूरे देश में प्रस्तुत करने की कोशिश में लगी हुई है। इस बात को प्रियंका गांधी भी भलीभांति समझती है कि जनता प्रियंका को इंदिरा के रूप में देखने लगी है। कांग्रेस राजनेता और कार्यकर्ता इसे एक नई किरण बता रहे है। जो भी हो इतना जरूर है, कि प्रियंका 2019 लोकसभा चुनाव में देश की राजनीति को जबरदस्त प्रभावित करेंगी। जिससे कांग्रेस ही नहीं, बल्कि देश के भविष्य की राजनीति भी बदलाव के दौर में जाएगी।
यह इस लिए माना जा रहा है, क्योंकि देश की जनता अब पुराने मुद्दों और चेहरे की राजनीति से बाहर आ गई हैं। देश की जनता अब सिर्फ विकास, रोजगार, प्रगति पर ही अपना मत दान देती है। ऐसे में सभी राजनीतिक पार्टियों को विकास, राष्ट्रहित, की बात करनी चाहिए, जिससे वो चुनावी मैदान में अपना रंग दिखा सकते है। देश आधुनिक युग की ओर बढ़ रहा है। जनता जागरूक और पारदर्शित हो रही हैं। सोशल मीडिया का यह युग देश की सत्ता का सबसे बढ़ा हथियार है। आज जनता सोशल मीडिया के जरिए, हर वो राजनीति किस्से जानने के लिए उतारू है, जो पहले गोपनीय रहते थे। आज की राजनीति 2014 से काफी बदल चुकी हैं। अब जनता को बेवकूफ बनाना, कोई आसान काम नहीं रह गया है। इसलिए यह वोटपथ प्रियंका के लिए अग्निपथ से कम नहीं होगा। देखने वाली बात यह रहेंगी कि इस अग्निपथ को प्रियंका कैसे वोटपथ में बदल पाती है।