पाकिस्तान आतंक का सबसे बड़ा ठिकाना है। जिसका भारत बार-बार सबूत देता आया हैं। पाकिस्तान का मकसद सिर्फ आतंकवाद फैलना है । पाक पूरी दुनिया में आतंक फैलाना चाहता है। पाकिस्तान की हालत दिन-पे-दिन लगातार बिगड़ती जा रही है। इसके बावजूद भी पाकिस्तान अपने गिरती अर्थव्यवस्था के बारे में नहीं सोच रहा है। पाक की आर्थिक स्थिति इतनी खस्ता हो चली है, कि उसे अपने कई सरकारी भवनों सहित कई सरकारी गाड़ियों की नीलामी करनी पड़ी थी। पाकिस्तान में लगातार गरीबी बढ़ रही है। लोग मंहगाई के मारे घूट-घूट कर जीने को मजबूर हो रहे है। एक तरफ सेना अपना राज चलाने में लगी हुई है, जबकि दूसरी तरफ देश की सरकारी व्यवस्था अंधेरे में है। इसके बावजूद भी पाक आतंकवाद को अपना छोटा भाई बनाया हुआ है। पाक को लगातार अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर धमकियां मिल रही है, जिसके बाद भी पाक सुधरने का नाम नहीं ले रहा है। पाक खुद कई बार अपने छोटे भाई आतंक का शिकार हो चुका है, फिर भी पाकिस्तान आतंक के साथ खड़ा नजर आता है।
हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पुलवामा पर भारतीय सेना पर आतंकियों का आत्मघाती हमला हुआ। जिसमें हमारे सीआरपीएफ के 40 से अधिक जवान शहीद हुए। इस घटना के बाद पाकिस्तानी कटोराछाप प्रधानमंत्री इमरान खान मीडिया के सामने भारत को धमकी देने नजर आए। वहीं पाक के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मशर्रफ भी पाकिस्तानी पीएम खान के साथ खड़े नजर आए। पाक के इस धमकी भरे व्यवहार को भारत को हल्के में नहीं लेना चाहिए। आपको बता दें, पाकिस्तान का यह व्यवहार पहली बार नहीं बल्कि हर बार सामने आता है। पाक अपने आप को दुनिया की नजरों में बेगुनाह साबित करता रहा है। भारत सहित कई देश पाकिस्तान को कई सबूत दे चुके हैं। इसके बाद भी पाकिस्तान ने आज तक आतंकवाद पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। आखिर आतंक को बढ़ावा देने के पीछे पाकिस्तान का क्या मकसद है ? यह तो आप जान ही चुके होंगे। धैर्य, शांति, शीलता अब खत्म हुई, भारत को अब मुंहतोड़ जवाब देना चाहिए। तभी इन गीदड़ों का भभकी शांत होगा, नहीं तो ये पाकिस्तानी गीदड़ बार-बार हमारे जवानों पर हमला करते रहेंगे।