जम्मू. अमरनाथ श्रद्धालुओं का पहला जत्था यहां कड़ी सुरक्षा के बीच रविवार को रवाना हो गया और इस संबंध में आवश्यक प्रबंध कर लिए गए हैं. अधिकारियों ने बताया कि अब तक देश भर से करीब डेढ़ लाख श्रद्धालुओं ने 46 दिन चलने वाली इस यात्रा के लिए पंजीकरण कराया है.
जम्मू बेस कैंप से राज्यपाल सत्यपाल मलिक के सलाहकार के के शर्मा ने झंडा दिखाकर पहले जत्थे को रवाना किया. पूरे अमरनाथ यात्रा के चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाकर्मी तैनात हैं. यह यात्रा अनंतनाग जिले के 36 किलोमीटर लंबे पारंपरिक पहलगाम मार्ग और गांदेरबल जिले के 14 किलोमीटर लंबे बालटाल मार्ग से होती है. यहां से निकले श्रद्धालु शाम तक श्रीनगर पहुंचेंगे और सोमवार को बाबा बर्फानी के दर्शन कर पाएंगे. इस तीर्थयात्रा को लेकर साधुओं समेत सैकड़ों श्रद्धालु अत्यंत उत्साहित हैं. जम्मू के मंडल आयुक्त संजीव वर्मा ने बताया कि तीर्थयात्रियों की सुविधा और यात्रा के दौरान उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षा समेत सभी जरूरी प्रबंध कर लिए गए हैं. यात्रा 15 अगस्त को खत्म होगी.
श्रद्धालुओं का विवरण
अमरनाथ यात्रा के पहले जत्थे में 793 पुरुष, 203 महिलाएं, 10 बच्चे, 44 पुरुष साधु, एक महिला साधु शामिल हैं. इस जत्थे में कुल 1051 श्रद्धालु यात्रा पर निकले हैं. यह बालटाल यात्रा का विवरण है. उधर पहलगाम से भी एक जत्था रवाना हुआ है जिसमें 1046 पुरुष, 130 महिलाएं और 7 बच्चे शामिल हैं. इसमें कोई साधु नहीं है. पहलगाम से निकले जत्थे में कुल यात्रियों की संख्या 1183 है.
सुरक्षा बलों की चुस्त निगरानी
इस साल अमरनाथ यात्रा 1 जुलाई से शुरू हई है. सुरक्षा बल कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर रहे हैं. इस साल अबतक 122 आतंकी सुरक्षा बलों ने ढेर किया है. जब से अमित शाह गृहमंत्री बने हैं तब से अबतक 22 आतंकियों को सुरक्षा बलों मार गिराया है. यही वजह है कि पाक परस्त आतंकी इस समय बौखलाए हुए हैं और वो इस बौखलाहट में किसी हद तक जा सकते हैं.
सूत्रों के मुताबिक आतंकी अमरनाथ यात्रा के दौरान फिदायीन हमले की कोशिश कर सकते हैं. सूत्र बताते हैं कि जैश और लश्कर आतंकियों के साथ साथ छोटे छोटे पाकिस्तान परस्त आतंकी संगठन जैसे अल बद्र अल उमर मुजाहिदीन और अंसार गजवतुल हिंद के जरिये सुरक्षा एजेंसियों को चकमा देकर अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा में लगे सुरक्षा बलों पर और यात्रा कॉनवॉय पर हमला करवा सकते हैं. इस खतरे को पहले से ही भांपते हुए सुरक्षा बलों और गृह मंत्रालय ने इस साल अमरनाथ यात्रा को लेकर कड़े सुरक्षा के प्लान तैयार कर लिए हैं. सुरक्षा महकमे से आजतक को जो जानकारी मिली है उसके अनुसार इस बार की अमरनाथ यात्रा में 350 से ज्यादा अर्द्ध सैनिक बलों की कंपनियां सुरक्षा में तैनात तैनात की गई हैं. अमरनाथ यात्रा को लेकर गृहमंत्रालय और सुरक्षा बलों ने बड़ी तैयारी कर ली है.