राज्य सरकार द्वारा आर्थिक तौर पर कमजोर लोगों के लिए शुरू की गई भामाशाह स्वास्थ्य योजना पर अब भ्रष्टाचार के आरोप लगने शुरू हो गए हैं। आरोप है कि इस योजना की आड़ में जमकर चांदी कुटी जा रही है। आरोपों के घेरे में इस योजना से जुड़े निजी अस्पताल संचालको तथा प्रशासनिक अधिकारियों को लिया गया है । इस संबंध में श्री गंगानगर में श्रीगंगानगर के एक पार्षद ने मुद्दा उठाया।
पार्षद सलीम अली चोपदार ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बताया गया की सरकार द्वारा भामाशाह स्वास्थ्य योजना चलाई जा रही है। जिसमें आर्थिक तौर पर कमजोर नागरिकों का निशुल्क इलाज किया जाता है। लेकिन इस योजना की आड़ में निजी अस्पताल संचालक तथा स्वास्थ्य महकमे के अधिकारी जमकर भ्रष्टाचार कर रहे हैं। सलीम ने बताया की निजी अस्पतालों में इलाज करवाने के लिए आने वाले भामाशाह से संबंधित मरीजों से अस्पताल संचालक पैसे वसूल रहे हैं।
वही उन्हीं की फाइल को इस योजना में लगा कर सरकारी खजाने से पैसा उठाया जा रहा है और इस काली कमाई में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी भी साथ दे रहे है। यही वजह है कि सरकार कि इस महत्वकांक्षी योजना का लाभ आमजन को नहीं मिल पा रहा। उन्हें अभी भी इलाज के लिए भारी भरकम खर्च उठाना पड़ रहा है। वही उन्हीं लोगों की फाइल पर अस्पताल संचालक पैसा उठा रहे हैं। सलीम अली ने यह भी बताया कि अगर इस मामले की सही तरीके से जांच हो जाए तो कइयों के चेहरे बेनकाब हो सकते हैं । उन्होंने कहा कि अगर सरकार और प्रशासन ने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की तो वे आने वाले दिनों में बड़ा आंदोलन भी कर सकते हैं।