राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार को आदिवासी बहुल इलाके के विख्यात बेणेश्वर धाम में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए नरेंद्र मोदी पर वार कर कहा, कि मोदी जिस प्रकार से बोलते हैं, देश के इतिहास में उनका नाम गुमराह करने वाले प्रधानमंत्री के रूप में दर्ज होगा। गहलोत ने कहा, प्रधानमंत्री की एक गरिमा होती है बोलने की। जब प्रधानमंत्री बोलते हैं तो आम जनता के दिल को छूने वाली बात होनी चाहिए। मुद्दों पर आधारित राजनीति होनी चाहिए। मोदी जी कहते हैं, कांग्रेस ने 70 सालों में क्या किया, मैं पूछता हूं मोदी जी से क्या देश में पिछले 70 साल से कुछ नहीं हुआ। अगर नहीं हुआ तो बताएं क्या नहीं हुआ ?
आपको बता दें, इससे पहले सोमवार को नरेंद्र मोदी ने गहलोत के गृहनगर जोधपुर में चुनावी सभा की। जहां मोदी ने गहलोत पर वंशवाद का आरोप लगाते हुए हमला किया और कहा कांग्रेस और उसके साथियों के पास नीचे से ऊपर तक सिर्फ वंशवाद है। इसलिए कांग्रेस को राष्ट्रवाद के बातों से डर लगता है।
गौरतलब है जोधपुर लोकसभा सीट से अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत मैदान पर है। जो अपना पहला चुनाव लड़ रहे है, इसलिए मोदी ने गहलोत पर वंशवाद का आरोप लगाया। गहलोत ने कहा मोदी कांग्रेस की न्याय योजना से घबरा गए है, इसलिए वह मुद्दों से भटक रहे हैं। मोदी के पास किसानों के लिए कोई योजना नहीं है, युवाओं के लिए रोजगार नहीं है। कमजोर पिछड़े वर्ग के लिए कोई योजना नहीं है। मोदी इन बातों का जवाब नहीं दे सकते हैं। मोदी बात करते है, गौमाता की, राम मंदिर की, राष्ट्र भक्ति की, क्या मोदी और बीजेपी ही देशभक्त हैं ?
इसी मौके पर प्रदेश के डिप्टी सीएम और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सचिन पायलट ने कहा, बीजेपी विकास के बारे में सवाल पूछने पर हिंदुस्तान-पाकिस्तान करने लग जाती है। जो बीजेपी की सोच और दशा बताती है। चुनाव में हार जीत तो होती रहती है, लेकिन कांग्रेस ने कभी भी अपने सिद्धांतों से समझौता नहीं किया है।
देखना होगा इस वार-पलटवार की राजनीति में राजस्थान में किस राजनीतिक पार्टी को फायदा होता हैं। क्या मोदी की हवा उड़ा ले जाएगी गहलोत सरकार की पूरी मेहनत या फिर कांग्रेस कुछ सीट जीतकर प्रदेश में वापसी करेंगी। आपको बता दें, 2014 में राजस्थान की सभी लोकसभा सीट पर बीजेपी की भारी जीत हुई थी, जिसका कारण मोदी लहर माना जाता है। देखना होगा इस बार प्रदेश की कांग्रेस सरकार इस बार मोदी लहर रोक पाती है या नहीं।