नरेंद्र सिंह तोमर भारतीय राजनीति का एक ऐसा चेहरा है, जो भारतीय राजनीति में कोई पहचान की मोहताज नहीं है। जी हां आज हम बात कर रहे हैं, देश के वर्तमान केंद्रीय ग्रामीण विकास, पंचायतीराज व स्वच्छता एवं पेयजल मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की। जिनका मध्यप्रदेश के मुरैना जिले के ओरेठी गांव में 12 जून 1957 को मुंशी सिंह तोमर नामन किसान के घर नरेंद्र सिंह तोमर का जन्म हुआ। जो तोमर राजपूत समाज व किसान परिवार से संबंध रखते है।
नरेंद्र सिंह तोमर ने जीवाजी यूनिवर्सिटी से स्नातक की शिक्षा ग्रहण की है। स्नातक के दौरान नरेंद्र तोमर महाविद्यायल में छात्र संघ के अध्यक्ष भी रहे थे। जिसके बाद नरेंद्र सिंह तोमर का राजनीति की ओर ध्यान केंद्रित हुआ। स्नातक की शिक्षा पूरी करने के तोमर ग्वालियर नगर निगम के पार्षद पद पर निर्वाचित हुए। जिसके बाद तोमर राजनीति में पूरी तरह सक्रिय हो गए। जो आज पूरे देश की राजनीति में एक अलग पहचान और स्थान रखते हैं।
नरेंद्र सिंह तोमर पहले से ही किसान प्रेमी और जमीनी लोगों से जुड़े राजनेता माने जाते है। आपको बता दें, नरेंद्र सिंह तोमर भारतीय जनता पार्टी से संबंध रखते हैं। सन् 1977 में भारतीय जनता पार्टी ने नरेंद्र तोमर को युवा मोर्चा का मंडल अध्यक्ष बनाया। जिस पद पर नरेंद्र सिंह तोमर ने पार्टी के लिए शानदार काम किया। जिसके परिणाम स्वरूप तोमर की देश की राजनीति में पकड़ धीरे-धीरे मजबूत होती गई।
कभी मध्यप्रदेश में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष रहने वाले नरेंद्र सिंह तोमर आज अपनी संगठनात्मक क्षमता और कुशल नेतृत्व व सफल रणनीति के चलते केंद्रीय मंत्री मंडल का हिस्सा है। नरेंद्र सिंह तोमर के बारे में कहा जाता है, कि उनकी प्रशासन पर मजबूत पकड़ और जनता के बीच साफ छवि है। जो बात के बजाए काम को अधिक तवज्जो देना पसंद करते है। जिसके लिए वो जनता के बीच अन्य नेतागणों से अलग पहचाने जाते है।
सन्- 1996 में तोमर युवा मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष बनाए गए। जिसके बाद नरेंद्र सिंह तोमर पहली बार 1998 में ग्वालियर से विधायक निर्वाचित हुए। जो लगातार इस सीट से दो बार विधायक चुने गए। नरेंद्र सिंह तोमर उमा भारती, बाबूलाल गौर और शिवराज सिंह चौहान के सरकार में कई महत्वपूर्ण विभागों में मंत्री रहे। जिसके बाद तोमर जी की कद मध्यप्रदेश की राजनीति में धीरे-धीरे बढ़ता गया।
2008 में भाजपा ने नरेंद्र सिंह तोमर को प्रदेशाध्यक्ष पद पर निर्वाचित किया। वहीं इस दौरान लोकसभा अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी ने उन्हें उनके कामों को लेकर उत्कृष्ट मंत्री के रूप में सम्मानित किया। वर्ष 2007 में नरेंद्र सिंह तोमर निर्विरोध राज्यसभा सांसद चुने गए। जिसके बाद 2009 में नरेंद्र तोमर पहली बार मध्यप्रदेश के मुरैना संसदीय क्षेत्र से लोकसभा सांसद निर्वाचित हुए। 2012 में पार्टी ने एक बार फिर उन्हें मध्यप्रदेश का प्रदेशाध्यक्ष की कमान दी। जिसे तोमर जी ने बखूबी से निभाते हुए प्रदेश में पार्टी को मजबूत किया। जिसके परिणाम पार्टी को मध्यप्रदेश विधानसभा चुनावों में मिला।
2014 के लोकसभा चुनावों में नरेंद्र सिंह तोमर ने सिंधिया राजघराने की प्रभावशाली सीट ग्वालियर से जोरदार जीत हासिल कर बीजेपी सरकार के मंत्री मंडल में अहम रोल निभाया। वैसे आपको बता दें, बीजेपी ने 2014 में मुरैना से वाजपेयी जी के भांजे अनूप मिश्रा को टिकट दिया था, जो जीत कर संसद पहुंचे थे। मगर इस बार यानि 2019 में बीजेपी ने मुरैना से नरेंद्र सिंह तोमर को मैदान में उतारा था। जो इस बार नरेंद्र तोमर की अग्निपरीक्षा परीक्षा से कम नहीं था। यह मुकाबला इस बार बेहद ही रोमांचक था, जहां कांग्रेस ने मुरैना से रामनिवास रावत को मैदान में उतारा था, तो वहीं नरेंद्र तोमर की साख दांव पर लगी थी। इस कड़ी जंग में कांग्रेस के रामनिवास रावत को तोमर जी ने जोरदार शिकस्त दी। जिसका तोहफा पार्टी ने नरेंद्र सिंह तोमर को एक बार फिर केंद्रीय मंत्री मंडल में शामिल कर दिया है।
हम उम्मीद करते हैं, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर एक बार फिर पार्टी द्वारा दी गई जिम्मेदारी को बखूबी से निभाएं और देश की जनता के हितों को मध्य नजर रखते हुए अपनी जिम्मेदारी को सही से परिणाम तक पहुंचाए।
Now Reporter की पूरी टीम की ओर से केंद्रीय मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर को उनके जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं।