टोंकः राजस्थान के विधानसभा चुनाव में इस बार कांग्रेस समर्थकों की नजर सचिन पायलट पर है. ऐसा माना जा रहा है कि सचिन पायलट 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का चेहरा होंगे. हालांकि कांग्रेस की ओर से इस बारे में कोई घोषणा नहीं की गई है. लेकिन वह राजस्थान में कांग्रेस की ओर से मुख्यमंत्री पद के दौरा में आगे चल रहे हैं. वैसे पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का नाम भी इस दौर में शामिल है.
सचिन पायलट का जन्म 7 सितंबर 1977 को उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में हुआ था. उनका पुशतैनी गांव नोएडा में वेदपुरा में है. उनके पिता राजेश पायलट कांग्रेस के कद्दावर नेता थे. कांग्रेस में राजेश पायलट की भूमिका काफी अहम रही है. वहीं, उनके निधन के बाद सचिन पायलट कांग्रेस में अहम भूमिका निभा रहे हैं.
व्हॉर्टन स्कूल से एमबीए की डिग्री
सचिन पायलट की पढ़ाई विदेश में हुई है. वह अमेरिका स्थित पेंसिलवानिया यूनिवर्सिटी के व्हॉर्टन स्कूल से एमबीए की डिग्री हासिल की. हालांकि सचिन पायलट की प्रारंभिक शिक्षा नई दिल्ली एयर फोर्स बाल भारती स्कूल से हुई है. उन्होंने अपना ग्रेजुएशन दिल्ली यूनिवर्सिटी के सेंट स्टीफेंस कॉलेज से पूरी की है. जिसके बाद वह अमेरीका एमबीए के लिए गए.
पिता के जन्मदिन के मौके पर ज्वाइन किया कांग्रेस
विदेश से पढ़ाई के दौरान ही राजेश पायलट का निधन हो गया था. लेकिन जब वहां से सचिन पायलट लौटे तो साल 2002 में अपने पिता के जन्म दिवस पर 10 फरवरी को उन्होंने कांग्रेस पार्टी को ज्वाइन किया. इस अवसर पर उन्होंने एक बड़े किसान सभा का भी आयोजन किया था. साल 2004 में दोसा सीट से लोकसभा सांसद के रूप में चुने गए.
26 साल में सबसे युवा सांसद
सचिन पायलट को सबसे युवा सांसद होने का गौरव प्राप्त हैं. 2004 में दौसा लोकसभा सीट से सचिन पायलट ने जीत हासिल की. दौसा सीट पर उनके पिता राजेश पायलट की मजबूत पकड़ थी. वह कई बार इस सीट से सांसद चयनित हो चुके थे. वहीं, 26 साल की उम्र में सचिन पायलट दौसा सीट से सांसद बने. उन्होंने अपने प्रतिद्वंदी को भारी मतों से हराया था. वहीं, 2009 में वह अजमेर लोकसभा सीट से चुनाव लड़े थे जिसमें उन्होंने फिर जीत हासिल की. वहीं, 2014 में वह अजमेर सीट से बीजेपी के सांवर लाल जाट से हार गए.
फ़ारुख अब्दुल्ला की बेटी से शादी
सचिन पायलट ने साल 2004 में फ़ारुख अब्दुल्ला की बेटी सारा अब्दुल्ला से शादी की. फ़ारुख अबदुल्ला कश्मीर के दिग्गज नेता है. सचिन पायट के दो बेटे हैं. उनका नाम आरान पायलट और वेहान पायलट है.
2014 में मिली राजस्थान की कमान
सचिन पायलट को साल 2014 में राजस्थान कांग्रेस की कमान सौंपी गई. उन्हें कांग्रेस ने प्रदेश अध्यक्ष पद को संभालने को कहा गया. प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर कांग्रेस ने उन्हें अहम जिम्मेदारी दी है. वहीं, लोकसभा चुनाव 2014 में शिकस्त खाने के बाद वह 2018 में विधानसभा चुनाव के मैदान में उतर गए हैं. सचिन पायलट यहां टोंक विधानसभा सीट से नामांकन कराया है.
सीएम दौर में सचिन पायलट
सचिन पायलट कांग्रेस के युवा नेता है. वहीं, इस बार सचिन पायलट को ही कांग्रेस समर्थक अपना सीएम उम्मीदवार मान रहे हैं. हालांकि कांग्रेस की ओर से सचिन पायलट को लेकर किसी तरह की घोषणा नहीं की गई है. वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को भी सीएम पद का दावेदार माना जा रहा है. लेकिन फैसला चुनाव के बाद ही होगा. वहीं, प्रदेश अध्यक्ष के रूप में सचिन पायलट के कंधे पर कांग्रेस ने अहम जिम्मेदारी दी है.